बंबई शेयर बाजार का मानक सूचकांक बुधवार को 310 अंक उछलकर पहली बार 35,000 अंक के स्तर से ऊपर बंद हुआ। वहीं चौतरफा लिवाली से एनएसई निफ्टी भी अब तक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स बुधवार को 310.77 अंक या 0.89 प्रतिशत की बढ़त के साथ 35,081.82 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले, 15 जनवरी को यह 34,843.51 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान यह ऊपर में 35,118.61 अंक तक चला गया था। सेंसेक्स 17 कारोबारी सत्रों में 34,000 से 35,000 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स 26 दिसंबर को 34,000 अंक पर पहुंचा था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 88.10 अंक या 0.82 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,788.55 अंक पर बंद हुआ। इससे पहले, 15 जनवरी को यह 10,782.65 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था। कारोबार के दौरान निफ्टी ऊंचे में 10,803 अंक तक चला गया था। कारोबारियों के अनुसार सरकार ने चालू वित्त वर्ष में अतिरिक्त कर्ज की जरूरत को 50,000 करोड़ रुपए से कम कर 20,000 करोड़ रुपए कर दिया है। इससे धारणा को बल मिला।

अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने कल 693.17 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर खरीदे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 246.38 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे। बता दें कि उतार-चढ़ाव वाले कारोबार के बीच घरेलू शेयर बाजारों में तीन दिन की रिकॉर्ड तेजी पर मंगलवार को विराम लगा था। बिकवालों के हावी रहने से सेंसेक्स व निफ्टी दोनों ही गिरावट के साथ बंद हुए थे। बीएसई का तीस शेयर आधारित सेंसेक्स 72 अंक टूटकर 34,771.05 अंक पर बंद हुआ था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 41.10 अंक की गिरावट दिखाता हुआ 10,700.45 अंक पर बंद हुआ था। हालांकि, आईटी शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा। इस खंड के शेयरों को लिवाली समर्थन मिला था।