रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. को एथेन गैस के परिवहन के लिए दुनिया के पहले सबसे बड़े पोत प्राप्त हो चुके है। इनका इस्तेमाल अमेरिका से गैस की ढुलाई के लिए किया जाएगा। रिलायंस ने 2014 में दक्षिण कोरिया की सैमसंग हैवी इंडस्ट्रीज गोदी को छह बहुत बड़े एथेन-वाहक पोत (वीएनईसी) के निर्माण के ठेके दिए थे। इनमें पहली बार नयी मेंब्रेन (छननी) प्रौद्योगिकी का प्रयोग किया गया है जिसका विकास जीटीटी ने किया है। अभी इसमें से दो पोत तैयार हो चुके हैं जिनकी क्षमता 87,000 घन मीटर है। ये अब तक बने सबसे बड़े एथेन-वाहक पोत हैं।

जीटीटी ने एक बयान में कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दक्षिण कोरिया में जियोजी (दक्षिण कोरिया) में आयोजित समारोह में इन दोनों पोतों का उद्घाटन किया। इनका नाम एथेन क्रिस्टल और एथेन एमराल्ड रखा गया है। रिलायंस के लिए इन पोतों का प्रबंध और परिचालन जापान की कंपनी ओएसके लाइन्स करेगी। इनमें से प्रत्येक पोत का मूल्य 12 करोड़ डॉलर है। रिलायंस ने अभी इसी सप्ताह कहा था कि इन पोतों के लिए 57.3 करोड़ डॉलर का कर्ज लिया था।