Reliance Jio: देश की दिग्गज टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो मशहूर सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर लघु और मध्यम इंटरप्राइजेज (एमएसई) के लिए क्लाउड-बेस्ड सॉल्यूशंस पर काम करेगी। इसके जरिए भारत के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी डिजिटलीकरण को एक स्टेप आगे लेकर जाएंगे। कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ पार्टनरशिप कर चुकी है और अपनी इस योजना को लगभग पूरा कर चुकी है। इस पार्टनरशिप के तहत माइक्रोसॉफ्ट अपने क्लाउड सर्विस एज्यूर को जियो नेटवर्क पर लाएगा। एज्यूर क्लाउड प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए जियो देशभर में बड़े विश्वस्तरीय डेटा केंद्रों का नेटवर्क स्थापित करेगी।

अंबानी ने हाल ही में कहा है कि उनकी टेलिकॉम कंपनी एमएसई को प्रति महीने 1500 रुपए में कनेक्टिविटी के साथ माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड सॉल्यूशंस की पेशकश करेगी। जो कि मार्केट में चल रहे रेट से बेहद सस्ता होगा। रिलयांस और माइक्रोसॉफ्ट की इस डील पर बैंक ऑफ अमेरिका-मेरिल लिंच ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया ‘रिलायंस ने जियो प्लेटफॉर्म के जरिए बाजार में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करवाई लेकिन अब सस्ती क्लाउड सर्विसेज मुहैया करवाकर कंपनी एसएसई को अपनी आकर्षित कर सकती है। भारत में मौजूद एमएसई इंटरप्राइजेज सर्विसेज का इस्तेमाल नहीं कर रहे।’

वहीं ब्रोकरेज क्रेडिट सुइस ने कहा है कि रिलायंस अपनी पहली क्लाउड सर्विस के जरिए मार्केट में धमाल मचा सकती है। अगर एमएसई एक बार रिलायंस की सेवाएं लेने लगेंगे तो उसके बाद उनका किसी और कंपनी की क्लाउड सर्विस की तरफ रुख करना थोड़ा मुश्किल होगा। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि इंटरप्राइजेज सर्विस को मौजूदा समय में सस्ती क्लाउड सर्विस की जरूरत है। वह चाहते हैं कि उनका डाटा और प्राइवेसी इसके साथ ही डाटा स्टोरेज की जरूरत सस्ते में पूरी हो।’

मालूम हो कि रिलायंस-माइक्रोसॉफ्ट पार्टनरशिप डील के तहत भारत में नए क्लाउड डाटा सेंटर लॉन्च किए जाएंगे। ताकि इनके जरिए ज्यादा से ज्यादा संस्थान अपनी डिटिजल क्षमता को विकसित करने के लिए इन टूल्स और प्लेटफॉर्म का फायदा उठा सकें।