रिजर्व बैंक का प्रतिबंध झेल रहे पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी (PMC) बैंक को संकट से निकालने का पूरा प्लान तैयार हो चुका है।

शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि तीन निवेशकों ने संकटग्रस्त PMC बैंक की पुनर्संरचना के लिये प्रस्ताव प्रस्तुत किये हैं। दास ने कहा कि इन प्रस्तावों का मूल्यांकन चल रहा है। पीएमसी बैंक के प्रशासक एके दीक्षित ने पिछले महीने बताया था कि तीन संभावित निवेशकों को उनके अंतिम प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिये एक फरवरी 2021 तक का समय दिया गया है।

आरबीआई गवर्नर ने मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे सूचित किया गया है कि तीन अंतिम प्रस्ताव मिले हैं। मुझे यह बताया गया है कि पीएमसी बैंक स्वयं इन प्रस्तावों का मूल्यांकन कर रहा है।’’ उन्होंने कहा कि मूल्यांकन के बाद बैंक आरबीआई से संपर्क करेगा।

रेपो रेट में बदलाव नहींः इस बीच, आरबीआई ने रेपो रेट को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। यह मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की लगातार चौथी बैठक है, जब दरों को स्थिर रखा गया है। इसका मतलब है कि लोगों के आवास, वाहन समेत अन्य कर्ज की किस्तों में कोई बदलाव नहीं होगा। इस निर्णय के बाद रेपो दर 4 प्रतिशत, जबकि रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर बनी रहेगी।

रेपो वह दर है, जिसपर केंद्रीय बैंक, कॉमर्शियल बैंकों को एक दिन का उधार देता है। रिवर्स रेपो दर वह दर है, जिस पर बैंक अपना जमा राशि केंद्रीय बैंक के पास रखते हैं।

आरबीआई के बयान के अनुसार, ”देश में बढ़ते डिजिटल भुगतान को देखते हुए सुरक्षा के कई उपाय किये गये हैं। केंद्रीय बैंक के भुगतान प्रणाली दृष्टिकोण दस्तावेज के तहत 24 घंटे काम करने वाला हेल्पलाइन स्थापित करने पर जोर दिया गया है, जो ग्राहकों की विभिन्न डिजिटल भुगतान से जुड़े सवालों का समाधान करेगा।

इसमें कहा गया है, ‘‘भुगतान प्रणाली से जुड़े बड़े परिचालकों को केंद्रीयकृत 24 घंटे सातों दिन काम करने वाली हेल्पलाइन व्यवस्था सितंबर 2021 तक करने की जरूरत है। इसका मकसद विभिन्न डिजिटल भुगतान के संदर्भ में ग्राहकों के सवालों के जवाब देना और शिकायतों की स्थिति के बारे में जानकारी देनी है।’’