कोरोना काल में रिजर्व बैंक कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड से लेनदेन पर जोर दे रहा है। इसी के तहत केंद्रीय बैंक ने कॉन्टैक्टलेस कार्ड से लेनदेन की लिमिट बढ़ा दी है। रिजर्व बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक नए साल यानी 2021 से बिना टच किए आप डेबिट कार्ड से 5 हजार रुपये तक की लेनदेन कर सकते हैं।
ये नया नियम नए साल में लागू होगा। अब तक सिर्फ दो हजार रुपये तक की लिमिट थी। ये कार्ड बिना किसी संपर्क के ट्रांजैक्शन को स्वीकार कर सकता है। यानी कार्ड को न तो स्वाइप करना है और न ही डिप करने की जरूरत है। आसान भाषा में समझें तो आपको सिर्फ मशीन के नजदीक कार्ड ले जाना होगा, इसके बाद लेनदेन पूरी हो जाएगी।
कॉन्टैक्टलेस कार्ड पर जोर: आपको बता दें कि कोरोना की चुनौतियों को देखते हुए रिजर्व बैंक कॉन्टैक्टलेस कार्ड पर जोर दे रहा है। यही वजह है कि बैंक ने लेनदेन की लिमिट भी बढ़ाई है। बीते दिनों एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया कि बैंकों ने करीब 1.6 करोड़ कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड जारी किए हैं।
RTGS प्रणाली: रिजर्व बैंक के मुताबिक अगले कुछ दिनों में रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट यानी आरटीजीएस की सुविधा सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे काम करने लगेगी। यह एक तरह का ऑनलाइन फंड ट्रांसफर है। इसके तहत आप कम से कम 2 लाख रुपये एक बार में ही ट्रांसफर कर सकते हैं। वर्तमान में इस सुविधा की एक समयसीमा है। उदाहरण के लिए महीने के दूसरे और चौथे शनिवार के अलावा हर रविवार को इस सुविधा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। वहीं, कामकाजी दिनों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक आरटीजीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं।
डिजिटल भुगतान सुरक्षा नियंत्रण: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) डिजिटल भुगतान सुरक्षा नियंत्रण निर्देश पेश करने वाला है। इसकी जानकारी देते हुए आरबीआई की ओर से कहा गया कि इस कदम से डिजिटल भुगतान चैनलों की सुरक्षा में सुधार होगा और उपयोगकर्ताओं के लिये सुविधा भी बेहतर होगी।
यह घोषणा ऐसे समय की गई है, जब महज एक दिन पहले रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक के ऊपर क्रेडिट कार्ड जारी करने व नयी डिजिटल सेवाएं शुरू करने से फिलहाल रोक लगा दी है। इसी तरह, देश के सबसे बड़े बैंक ‘भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई)’ के डिजिटल बैंकिंग ऐप में भी बृहस्पतिवार को दिक्कतें सामने आईं। यह एक सप्ताह के भीतर एसबीआई की सेवाओं में आया दूसरा व्यवधान था। (भाषा से इनपुट)