गौतम अडानी के अडानी समूह के साथ सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बीते कुछ दिनों से ग्रुप की कंपनियों के शेयर में गिरावट आई है तो वहीं गौतम अडानी की दौलत भी कम हो गई है। अब राजस्थान उच्च न्यायालय से भी अडानी समूह को झटका लगा है।

क्या लगा है झटका: राजस्थान उच्च न्यायालय ने जैसलमेर में पोखरण के पास अडानी समूह के स्वामित्व वाली कंपनी को आवंटित 1,452 बीघा जमीन का आवंटन निरस्त करने का आदेश दिया। यह भूमि जनोपयोगी सेवाओं के लिये थी। न्यायालय के इस आदेश से अडानी रिन्यूएबल एनर्जी पार्क राजस्थान लिमिटेड (एआरईपीआरएल) की सौर बिजली परियोजना को झटका लगा है। कंपनी को पोखरण के पास नेदान गांव में 6,115 बीघा जमीन आवंटित की गई थी। यह भूमि 2018 में बिजली संयत्र लगाने के लिये आवंटित की गई थी।

राजस्थान उच्च न्यायालय की न्यायमूति संगीत लोढा और रामेश्वर व्यास की डिवीजन पीठ ने इसके साथ ही राजस्थान सरकार को एआरईपीआरएल और एस्सल सूर्या ऊर्जा कंपनी आफ राजस्थान लिमिटेड (ईएसयूसीआरएल) को तीन गांव में आवंटित जमीन का सर्वेक्षण करने को कहा भी है।

ये तीन गांव — नादेन, ग्रास और नाग्नेचिनागर हैं। न्यायालय ने इन भूखंडों के आवंटन को भी रद्द करने का निर्देश दिया है। बता दें कि याचिकाकर्ताओं ने राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक इस्तेमाल की भूमि का आवंटन सौर ऊर्जा कंपनियों को किये जाने पर ऐतराज जताया है।

दौलत और रैंकिंग में भी गिरावट: ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक गौतम अडानी की दौलत और रैंकिंग में बड़ी गिरावट आई है। गौतम अडानी की दौलत अब कम होकर 61 बिलियन डॉलर के स्तर पर है।

वहीं, रैंकिंग 19वीं है। जिस हिसाब से दौलत में कमी आ रही है, ये संभव है कि गौतम अडानी एक से दो दिन में टॉप 20 अमीर रैंकिंग के अरबपतियों की सूची से बाहर हो जाए।