प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ से ऑल इंडिया रेडियो को ना केवल लाखों नए श्रोता मिले हैं, बल्कि इससे उसके राजस्व में भी इजाफा हुआ है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के मुताबिक साल 2015-16 में पीएम मोदी के प्रोग्राम के दौरान विज्ञापन से 4.78 करोड़ रुपए राजस्व आया है। सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के बताया कि प्रसार भारती ने उन्हें जानकारी दी है कि यह कमाई केवल ‘मन की बात’ के प्रसारण से हुई है, इसमें अन्य सर्विस शामिल नहीं हैं। राठौड़ ने लोकसभा में एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए कहा, ‘साल 2015-16 के दौरान इस प्रोग्राम से कुल 4,78,22,480 रुपए का राजस्व विज्ञापन से मिला है।’
अंग्रेजी अखबार मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015-16 में ऑल इंडिया रेडियो का राजस्व 447.76 करोड़ रुपए रहा। यह आंकड़ा साल 2014-15 में 435.1 करोड़ रुपए था। मन की बात का प्रसारण दूरदर्शन के चैनलों पर भी किया जाता है। एआईआर और दूरदर्शन का संचालन प्रसार भारती करता है। ऑल इंडिया रेडियो अभी तक मन की बात के 26 एपिसोड प्रसारित कर चुका है। शो की शुरुआत अक्टूबर 2014 में हुई थी, लेकिन इस शो से एआईआर ने दिसंबर में मुनाफा कमाना शुरू किया।
रिपोर्ट में एआईआर के एक अधिकारी के हवाले से लिखा गया है, ‘मन की बात से मिलने वाला राजस्व ज्यादातर सरकारी विज्ञापनों से आता है। साल 2014-15 में हम लोगों ने करीब एक करोड़ रुपए का राजस्व कमाया था।’ साथ ही अधिकारी ने बताया कि मन की बात से राजस्व के लिए सात मिनट रखे गए हैं। शो के पहले पांच मिनट और शो के बाद दो मिनट विज्ञापन प्रसारित करने के लिए रखे गए हैं। इन सात मिनट में एआईआर के सेल्फ प्रोमोशनल विज्ञापन भी प्रसारित होते हैं। ऑल इंडिया रेडियो पीएम मोदी के प्रोग्राम के दौरान 10 सैकेंड के विज्ञापन के लिए 2 लाख रुपए लेता है।
ऑल इंडिया रेडियो के पूरे देश में 419 स्टेशन हैं। इसके नेटवर्क में एफएम चैनल (एफएम गोल्ड और एफएम रेनबो), स्थानीय रेडियो स्टेशन, विविध भारती स्टेशन और पांच कम्यूनिटी रेडियो स्टेशन शामिल हैं। इसकी सर्विस 27 भाषाओं (15 विदेशी और 12 भारतीय) में 108 देशों में प्रसारित होती है।
