फाइनेंशियल एक्सपर्ट एक सेफ रिटायरमेंट के लिए म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट, स्टॉक मार्केट, एनपीएस, ईपीएफ आदि तक में निवेश करने के लिए आपको ऑप्शन देते हैं। हालांकि ये सभी ऑप्शन सेफ रिटायरमेंट के लिए काफी कॉमन हैं, लेकिन नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस को इन सब में सबसे बेहतर माना जाता है। यह भारत में रिटायरमेंट स्कीम के लिए सर्वोत्तम निवेश साधनों में से एक है।
यह कहते हुए तो सभी ने सुना होगा कि, भले ही एनपीएस को सेवानिवृत्ति के लिए एक आदर्श विकल्प माना जाता है, इसकी लोकप्रियता कम होने कारण है प्रोडक्ट की बिक्री पर कम कमीशन मिलना। हालांकि, जब रिटायरमेंट सेगमेंट में दूसरे असेट्स से तुलना करें तो एनपीएस कुछ खास फीचर्स के साथ अलग ही दिखाई देता है।
एनपीएस सरकार द्वारा शुरू किया गया एक प्रोडक्ट है, जिसका एकमात्र उद्देश्य रिटायर्ड व्यक्तियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। यह दुनिया के सबसे सस्ते उत्पादों में से एक है और साथ ही, काफी अच्छा रिटर्न देता है।
भले ही सभी प्रकार के निवेश अपनी खूबियों और दोषों के साथ आते हैं, एनपीएस में निवेश ज्यादातर निवेशक की सेवानिवृत्ति पर केंद्रित होता है। इसके अलावा, सब्सक्राइबर को टोटल इंवेस्टमेंट का 20 फीसदी एम्यूनिटी खरीदना होता है ताकि रिटायरमेंट के बाद सब्सक्राइबर को हर महीने पेंशन मिलती रहे।
दूसरी ओर, एनपीएस के साथ, धारा 80 सी के तहत 1.5 लाख रुपए की सीमा तक पूर्ण टैक्स बेनिफिट मिलता है। धारा 80सीसीडी (1बी) के तहत ग्राहकों को 50,000 रुपए तक की टैक्स छूट भी मिलती है। वे कर्मचारियों के एनपीएस खाते में इंपोलयर के योगदान पर धारा 80सीसीडी (2) के तहत अपने मूल वेतन और महंगाई भत्ते के 10 फीसदी तक की कटौती का दावा कर सकते हैं।
इसलिए, प्रत्येक वित्तीय वर्ष में टैक्स बेनिफिट के, निवेशकों को उनकी रिटायरमेंट के दौरान पेंशन मिलती है। इसलिए, एनपीएस सेल्फ इंप्लॉयड के लिए आदर्श है, खासकर इंफॉर्मेल सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए काफी जरूरी है।
eNPS लेने का प्रोसेस?
ईएनपीएस में नामांकन के लिए ई-एनपीएस पोर्टल पर अपने आपको रजिस्टर्ड करना होगा। रजिस्ट्रेशन प्रोसेस में, केवाईसी, फोटो, हस्ताक्षर और बैंक विवरण जैसे व्यक्तिगत विवरण जमा करने होते हैं। एक व्यक्ति के पास दो विकल्प उपलब्ध हैं – या तो अपने बैंक के पास मौजूद विवरण दर्ज करके या ऑफलाइन आधार एक्सएमएल के माध्यम से।
ग्राहकों की मदद करने के लिए, केसीआरए जैसी कुछ कंपनियों ने एनपीएस सेवाएं प्रदान करने के लिए उमंग (यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू-एज गवर्नेंस) के साथ हाल ही में डिजिटल सुविधा शुरू की है। ग्राहक को केवल पीआरएएन और अपना पासवर्ड देना होता है और ऑथेंटिकेशन के बाद उमंग वेबसाइट/ऐप पर विभिन्न एनपीएस सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है।