उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कोरोना-काल में अपने क्षेत्र की जनता पर काफी पैसा खर्च किया हैै। निजी जिंंदगी में भी वरुण एक स्मार्ट इंवेस्टर हैं। 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ते वक्त उन्होंने जो हलफनाम दिया था, उसमें दी गई जानकारी से इस बात का संकेत मिलता है।
वरुण गांधी नहीं है परंपरागत निवेशक : परंपरागत निवेशक से मतलब है कि वरुण गांधी ने किसी सरकारी योजना, पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम में रुपया नहीं लगाया हुआ है। 2019 में उन्होंने अपने एफिडेविट में बताया है कि उन्होंने एनएसएस या पोस्ट ऑफिस या किसी सरकारी योजाना में निवेश नहीं किया है।
बांड, शेयर्स और डिबेंचर्स में किया है निवेश : वहीं उनके एफिडेविट के अनुसार उन्होंने बांड, शेयर्स और डिबेंचर्स में मोटा निवेश किया हुआ है। ऐसी कंपनियों का नाम उन्होंने एफिडेविट में नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने खुद ऐसी स्कीम्स में 2.97 करोड रुपए से ज्यादा का निवेश किया हुआ है। खास बात तो ये है कि उनकी पत्नी ने 10.50 लाख रुपए से ज्यादा का निशेव वरुण गांधी की तरह बांड, डिबेंचर और शेयरों में किया हुआ है।
50 लाख से ज्यादा का बीमा : बात इंश्योरेंस सेक्टर्स की करें तो वरुण गांधी ने सरकारी कंपनी के नाम पर एलआईसी की योजना में निवेश किया हुआ है। वहीं उन्होंने दूसरी इंश्योरेंस कंपनियों में भी निवेश किया है। जिसकी रकम 54.77 लाख रुपए है। उनके एफिडेविट में इस बात का जिक्र नहीं है कि उन्होंने एलआईसी की कौन सी पॉलिसी में निवेश किया है, लेकिन उन्हें एलआईसी जैसी कंपनी पर भरोसा है, इस बात को जरूर दर्शाता है।
ज्वेलरी में भी किया निवेश : ज्वेलरी में निवेश हर कोई करता है। कोई कम तो कोई ज्यादा। मौजूदा समय में गोल्ड के दाम 46 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के आसपास हैं। जबकि 2019 में गोल्ड की कीमत 30 से 32 हजार रुपए के बीच थी। वैसे अगस्त 2020 में गोल्ड के दाम 56000 रुपए प्रति दस ग्राम से ज्यादा थे। 2019 के एफिडेविट के अनुसार उन्होंने 93 लाख रुपए से ज्यादा का निवेश किया था। जिसकी वैल्यू आज के समय में करोड रुपए के आसपास हो सकती है।
बैंकों पर भी है ज्यादा भरोसा : उन्होंने बैंकों में काफी रुपया जमा किया हुआ है। 2019 के एफिडेविट के अनुसार बैंकों, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस और एनबीएफसी कंपनीज में 19.81 करोड रुपए जमा किया हुआ है। जबकि 10.51 लाख रुपए उनकी पत्नी के जमा हैं। कुछ बैंक सेविंग पर ज्यादा ब्याज भी देते हैं। मौजूदा समय में औसतन ब्याज दर 3 से 4 फीसदी के आसपास है। जो लगातार कम हो रही है।