अगर आप अपने शुरुआती करियर में पारिवारिक जिम्मेदारियों की वजह से बचत नहीं कर सके हैं और ना ही कोई निवेश किया है तो चिंता की कोई बात नहीं है। वास्तव में 45 की उम्र तक कोई जिम्मेदार व्यक्ति परिवार की जरुरतों को पूरा करने की वजह से निवेश नहीं कर पाता है। जब वो अपनी सभी जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाता है और 6 डिजिट में सैलरी पा रहा होता है तो उसकी चिंताएं पोस्ट रिटायमेंट को लेकर शुरू हो जाती हैं। रिटायरमेंट के बाद वो अपना और अपने साथ का निर्वाह कैसे करेगा।
सवाल वाजिब है, लेकिन इसका उत्तर उतना भी मुश्किल नहीं जितना आम लोग समझ लेते हैं। अगर आप 45 की उम्र में अपने परिवार, बच्चों को सेटल और होम लोन की किस्तों को उतार चुके हैं और 6 डिजिट में सैलरी पा रहे हैं तो अगले 15 साल में आप अपने लिए 5 करोड़ रुपए का रिटायरमेंट फंड जमा कर सकते हैं। उसके लिए आपको म्यूचुअल फंड की ओर जाना होगा। जानकार कहते हैं कि लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट से ही आप मोटा रिटर्न पा सकते हैं। जिसके लिए आपको हर महीने अपनी कमाई का कुछ हिस्सा निवेश ही नहीं करना होगा, बल्कि हर साल अपने निवेश के हिस्से में इजाफा भी करना होगा।
इक्विटी बेस्ड म्यूचुअल फंड
जानकारों की मानें तो 15 साल में 5 करोड़ रुपए का फंड जमा करना कोई मुश्किल काम नहीं है। जिम्मेदारियों को पूरा करने के बाद आप अगर हर महीने 44 हजार रुपए का निवेश करते हैं और हर साल 15 फीसदी का स्टेप आप यानी 15 फीसदी का इजाफा करते हैं तो 12 से 15 फीसदी के रेट ऑफ इंट्रस्ट के हिसाब से आप अपने लक्ष्य की ओर पहुंच सकते हैं। मिंट से बात करते हुए ऑप्टिमा मनी मैनेजर के एमडी और सीईओ पंकज मथपाल कहते हैं कि इंवेस्टर्स को लंबे समय तक निवेश करने के लिए सिर्फ महंगाई को ही ध्यान में नहीं रखना बल्कि इस बात का भी ध्यान रखना है कि कहीं आप अपने टारगेट से पिछड़ ना जाएं। इसके लिए निवेशकों को इक्विटी बेस्ड म्यूचुबल फंड की ओर देखना चाहिए।
10 नहीं बल्कि 15 फीसदी का स्टेपअप है जरूरी
वैसे तो इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट एसआईपी इंवेस्टमेंट में हर साल 10 फीसदी का स्टेप अप यानी हर साल एसआईपी में 10 इजाफा करने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर आपको 15 साल में 5 करोड़ रुपए का फंड जमा करना है तो आपको 15 फीसदी का स्टेप अप चूज करना होगा। मिंट से बात करते हुए ट्रांससेंड कैपिटल के डायरेक्टर कार्तिक झावेरी के अनुसार 45 साल की उम्र में 6 डिजिट की कमाई होने पर आपको हर साल निवेश बढ़ाने की चिंताओं से दूर हो जाना चाहिए वो भी तब जब आप अपनी सभी जिम्मेदारियों को पूरा कर चुके हों। ऐसे में निवेशक को 15 फीसदी स्टेप अप की ओर जाना चाहिए। ताकि वो रिटायरमेंट के बाद अपने फाइनेंशियल गोल को पूरा कर सकें।
क्या है पूरा कैलकुलेशन
अगर मान लें कि 45 साल का कोई निवेशक हर महीने 44000 हजार रुपए की मंथली एसआईपी शुरू कर रहा है। साथ ही अपनी मंथली एसआईपी में हर साल 15 फीसदी का इजाफा कर रहा है और सालाना रिटर्न 12 फीसदी के आसपास है तो 15 साल के बाद के निवेशक का फंड 5,00,39,132 रुपए हो जाएगा। वहीं आपको इन 15 सालों में 14 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है तो आपका फंड 5.69 लाख रुपए होने की संभावना है।