किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से अल्पकालिक ऋण (Short term loan) लेने वाले किसानों को केवल 4% ब्याज का भुगतान करना होगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इसके संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। हालांकि इसका फायदा उन्हीं को मिलेगा, जो लोन की राशि को एक साल के भीतर जमा कर देंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार (23 नवंबर) को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 3 लाख रुपये तक के अल्पकालिक ऋण के लिए ब्याज दर की घोषणा की।

केसीसी के माध्यम से अल्पकालिक ऋण कृषि और पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन आदि गतिविधियों के लिए प्रदान किया जाता है। एक अधिसूचना में रिजर्व बैंक ने कहा कि सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 के लिए संशोधन के साथ इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम (ICS) को जारी रखने को मंजूरी दे दी है।

किसानों के लिए केसीसी के माध्यम से 3 लाख रुपये तक के शॉर्ट टर्म लोन पर ब्याज दर 7 फीसदी होगा। वहीं ऋण देने वाली संस्थाओं के लिए ब्याज सबवेंशन की दर 1.5% होगी। ये दरें वित्त वर्ष 2022-23 और वित्त वर्ष 2023-24 दोनों के लिए लागू होंगी। समय पर ऋण चुकाने के लिए (एक साल के भीतर) किसानों को 3% की अतिरिक्त ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसलिए ऐसे किसानों के लिए प्रभावी ब्याज दर सिर्फ 4% होगी।

आरबीआई ने कहा, “ऐसे किसानों को प्रति वर्ष 3% का अतिरिक्त ब्याज सबवेंशन प्रदान किया जाएगा जो समय पर ऋण चुकाते हैं। यानी ऋण के वितरण की तारीख से इसे चुकाने की वास्तविक तारीख तक। या फिर बैंकों द्वारा जो भी समय निर्धारित किया गया हो। ऋण प्राप्त करने की तारीख से लेकर एक वर्ष की अवधि के बीच।”

आरबीआई ने आगे यह भी कहा कि इसका मतलब यह भी है कि कर्ज का जल्दी भुगतान करने वाले किसानों को वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 के दौरान 4% प्रति वर्ष की दर से पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन आदि गतिविधियों के लिए लघु अवधि के फसली ऋण और/ लघु अवधि के ऋण मिलेंगे।

इसके साथ ही गंभीर प्राकृतिक आपदाओं से किसानों को राहत प्रदान करने के लिए पुनर्गठित ऋण राशि पर बैंकों को पहले तीन वर्षों/संपूर्ण अवधि (अधिकतम पांच वर्षों के अधीन) के लिए उस वर्ष के लिए (आपदा वाले वर्ष) ब्याज अनुदान की लागू दर उपलब्ध कराई जाएगी। ऐसा आरबीआई ने बताया।