Planning for Study Abroad : विदेश में रहकर पढ़ाई करने का फैसला लाइफ चेंजिंग हो सकता है. यह लीक से हटकर, कहीं न कहीं उससे आगे निकलकर कुछ नया करने का एक अवसर बन सकता है. विदेशी संस्थानों में पढ़ाई करने पर निसंदेह ग्लोबल नेटवर्क के द्वार खुल जाते हैं. साथ ही अच्छा करियर बनाने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं. हालांकि ये हर किसी के लिए आसान नहीं है.

आज के भारतीय समाज में कई परिवार के लिए इस सपने को हकीकत में बदल पाना भले ही आसान न हो, पर यह असंभव भी नहीं है. अगर कोई शख्स बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग के साथ आगे बढ़े, तो वह विदेश में रहकर पढ़ाई करने के सपने को साकार कर सकता है. बशर्तें उसे कुछ अहम बातों का ध्यान रखना होगा. विदेश में पढ़ाई करने के सपने को साकार करने के लिए यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं.

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बजट पर रखें नजर

बजट एक सफल फाइनेंशियल प्लानिंग की नींव है. छात्रों को इस बात की समझ होनी चाहिए कि विदेश में रहकर पढ़ाई करने के दौरान ट्यूशन फीस, रूम रेंट, ट्रेवल चार्ज, वीजा संबंधी खर्च, करंसी एक्सचेंज रेट्स के लिए अतिरिक्त जैसे तमाम खर्चे उठाने पड़ते हैं. ऐसे में विदेश में रहकर पढ़ाई करने के लिए भारी रकम की जरूरत पड़ सकती है. इस तरह के सभी खर्चों को अच्‍छी तरह पहचान और ध्यान में रखकर बजट बनाना चाहिए. साथ ही यह भी देखना चाहिए कि कहीं आप कोई ऐसा खर्च तो नहीं कर रहे हैं, जिसे पढ़ाई के दौरान टाला भी जा सकता है.

सेविंग्‍स पर दें ध्यान

वारेन बफेट का एक कथन है खर्च करने के बाद जो बचा है उसे मत बचाओ, बल्कि बचाने के बाद जो बचा है उसे खर्च करो. इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को यह मंत्र अपने जीवन में उतार लेना चाहिए. वक्त पर एजुकेशन लोन चुकाने के लिए छात्रों को बचत और आय, दोनों के लिए तैयार रहना चाहिए.

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विदेश में खुलवाएं नया बैंक अकाउंट

छात्र को चाहिए जिस भी देश में वह पढ़ाई के लिए गया है वहीं के किसी भी राष्ट्रीय बैंक यथासंभव सरकारी बैंक में नया खाता खुलवाएं. ऐसा कर लेने ले न सिर्फ करंसी एक्सचेंज में सहूलियत और अनावश्यक खर्चों से बच सकते हैं.

स्पेशल ऑफर से रहें जागरूक

इंटरनेशनल स्टूडेंट्स को बहुत सारे संस्थान स्टूडेंट आईडी से खरीदारी में विशेष छूट प्रदान करते हैं. छात्रों को हमेशा स्पेशल डिस्काउंट के बारे में जागरूक रहना चाहिए. कई बार उनके अपने देश की ओर से बहुत सारे प्रोडक्ट्स और सर्विस पर स्पेशल डिस्काउंट ऑफर की जाती है. इस तरह का स्पेशल छूट का लाभ उठाने से पैसे की बचत हो जाती है, साथ बजट बनाए रखने में मदद हो जाती है. उन स्पेशल ऑफर का लाभ पाने के लिए स्टूडेंट आईडी साथ लेकर चलनी चाहिए.

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स्कॉलरशिप का पता करें

विदेश में पढ़ाई करने के लिए आपको तमाम तरह के स्कॉलरशिप स्कीम के बारे में अवेयर रहनी चाहिए. कई देशों में भारतीय मूल के नागरिकों के संगठन, स्थानीय सरकारी विभाग और निजी संस्थाएं भी दूसरे देशों से आने वाले छात्रों के लिए स्कॉलरशिप ऑफऱ करते हैं. अगर आप इन्हें पा लेते हैं तो आपकी पढ़ाई की व्यवस्था और खर्च काफी कम हो सकता है.

पार्ट टाइम कर सकते हैं काम

ज्यादातर इंटरनेशनल स्टूडेंट्स पढ़ाई के दौरान पार्ट टाइम काम करते हैं. ऐसा करने पर पढ़ाई के साथ उनकी कमाई भी हो जाती है और यह कमाई उन्हें कुछ खर्चों को उठाने या एजुकेशन लोन का ब्याज भरने में मदद कर सकती है.

रीपेमेंट के लिए विकल्प रखें तैयार

जब कोई छात्र एजुकेशन लोन की मदद से विदेश में पढ़ाई कर रहा हो, तो उसे हमेशा एक तरह वित्तीय बोझ महसूस होता है. ऐसे में भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए छात्र को एक उचित रिपेमेंट प्लान की तैयारी बनाकर चलना चाहिए. हालांकि, एजुकेशन लोन के मामले में समय को लेकर थोड़ी बहुत सहूलियत मिल जाती है, लेकिन यह सहूलियत इंटरेस्ट फ्री नहीं होती है.

फाइनेंशियल प्लानिंग के ये कुछ तरीके हैं जो कई छात्रों के विदेश में पढ़ाई करने के सपनों को साकार करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.