डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म फोनपे ने जानकारी देते हुए कहा कि उसे लाइफ और जनरल इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए इरडा से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। जिसका फायदा देश के करीब 30 करोड़ फोनपे यूजर्स को होगा। फोनपे ने कहा कि वह अब अपने 30 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को इंश्योरेंस एडवाइस कर सकता है। फोनपे को भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) से इंश्योरेंस ब्रोकिंग लाइसेंस जारी किया है।
पिछले साल फोनपे ने सीमित बीमा कॉर्पोरेट एजेंट लाइसेंस के साथ बीमा क्षेत्र में प्रवेश किया था। इसने कंपनी को प्रत्येक कैटेगिरी के लिए केवल तीन बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी के साथ सीमित कर लिया था। अब, इस नए डायरेक्ट ब्रोकिंग लाइसेंस के साथ, फोनपे भारत में सभी इंश्योरेंस कंपनीज के इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स को वितरित कर सकता है।
कंपनी ने कहा कि नया ब्रोकिंग लाइसेंस फोनपे को अपने 30 करोड़ से ज्यादा यूजर्स के लिए व्यक्तिगत उत्पाद अनुशंसाओं की पेशकश शुरू करने और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए बीमा उत्पादों के अधिक विविध पोर्टफोलियो की पेशकश करने की अनुमति देता है।
फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने कहा कि यह लाइसेंस हमारी बीमा जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। फोन पे भारत की सबसे तेजी से बढ़ती इंश्योरटेक है और ब्रोकिंग के इस कदम से हमें और गति मिलेगी और हमारे विकास में तेजी आएगी। घई ने कहा कि कंपनी हाई क्वालिटी इंश्योर्स के साथ पार्टनरशिप कर नए प्रोडक्ट्स के माध्यम से अपने कस्टमर्स के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म का निर्माण कर रही है।
इस तरह से उठा सकते हैं फायदा
– एंड्रॉयड और आईओएस फोन यूजर्स अपने फोनपे एप्लिकेशन को डाउनलोड करें।
– उसके बाद बाद आपको माय मनी सेक्शन पर क्लिक करना होगा। – उसके बाद आपको इंश्योरेंस पर क्लिक करना होगा।
– फिर आप जिस भी कैटेगिरी का इंश्योरेंस लेना चाहते हैं, उसे सेलेक्ट करना होगा।
– वहां आपको कई कंपनियों के प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे।
– उसके बाद आपको अपना इंश्योरेंस अमाउंट सेलेक्ट करना होगा।
– फिर आपको अपनी और नॉमिनी डिटेल्स फिल करनी होगी।
– उसके बाद आपको जिस भी तरीके का इश्योरेंस लिया है उसकी पेमेंट ऑनलाइन करनी होगी।
मौजूदा समय में इंश्योरेंस सेक्टर ने काफी ग्रोथ किया है। इसका कारण है कि कोरोना। इस दौरान लोगों में हेल्थ, लाइफ एवं बाकी इंश्योरेंस को लेकर काफी अवेयरनेस देखने को मिली है। बीते डेढ़ साल में कई लोगों ने इंश्योरेंस कराया है। वहीं कई कंपनियों ने इंश्योरेंस प्रीमियम में इजाफा कर दिया है। उसके बाद भी इंश्योरेंस में किसी तरह की गिरावट देखने को नहीं मिली है।
