कोरोना काल से पहले और ब्‍याज दरों में गिरावट और कोरोना काल में ब्‍याज दरों में स्थि‍रता के बावजूद पोस्‍ट ऑफ‍िस की स्‍मॉल सेविंग स्‍कीम आम लोगों के बीच काफी पॉपुलर रही हैं। इसका कारण हैं गारंटीड रिटर्न और रुपयों की सुरक्षा। यह योजनाएं बाजार जोखि‍म से पूरी तरह से दूर रहती हैं। इनमें निवेश करने से किसी तरह का खतरा नहीं रहता और मेच्‍योरिटी के बाद आपको अच्‍छी खासी र‍कम मिल जाती है। यहां तक कि सरकार की ओर से आपके निवेश को सॉवरेन गारंटी तक मिलती है।

आज हम पोस्‍ट ऑफ‍िस सीनियर सिटीजंस सेविंग स्‍कीम का जिक्र करने जा रहे हैं जिसमें 10 लाख रुपए तक का निवेश कर 5 साल में 14.30 लाख रुपए पा सकते हैं। कमाऊ बच्‍चे अपने माता पिता के लिए और हाल ही में रिटायर हुए या वीआरएस लेने वाले लोग भी इसमें निवेश कर सकते हैं। इस स्‍कीम में आप 15 लाख रुपए से ज्‍यादा का निवेश नहीं कर सकते हैं। साथ ही आपको प्रत्‍येक ति‍माही में ब्‍याज मिलेगी। आइए आपको भी इस योजना के बारे में विस्‍तार से बताते हैं।

10 लाख के निवेश पर मिलेंगे 14.30 लाख रुपए
इस योजना में आपको एकमुश्‍त रकम निवेश करनी होती है। अगर कोई सीनियर सिटीजंस 10 लाख रुपए एकमुश्‍त जमा करता है तो सालाना 7.4 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से 5 साल बाद यानी मेच्योरिटी पर कुल रकम 14,28,964 रुपए हो जाएगी। इस योजना में आपको हर साल कंपाउंडिंग का भी फायदा मिलता है। ऐसे में आपको पांच साज के बाद 10 लाख के निवेश पर ब्याज के रूप में 4,28,964 रुपए का फायदा होगा।

सिनियर सिटीजन एफडी में भी नहीं होता इतना फायदा
खास बात तो ये है कि पोस्‍ट ऑफ‍िस की इस स्‍कीम में 10 लाख के निवेश पर जितना फायदा हो रहा है, उतना फायदा बैंक एफडी या फ‍िर सीनियर सिटीजंस के लिए शुरू की गई पांच की स्‍पेशल एफडी में भी देखने को नहीं मिलता है। देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्‍टेट बैंक सीनियर सिटीजंस की स्‍पेशल एफडी पर 6.20 फीसदी की ब्‍याज दर से रिटर्न दे रहा है। जो कि सीनियर सिटीजंस सेविंग स्‍कीम के मुकाबले 1.20 फीसदी कम है।

पोस्‍ट ऑफ‍िस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम की विशेषताएं

  • स्कीम में सालाना ब्याज 7.4 फीसदी है और पांच साल का मेच्‍योरिटी टेन्‍योर है।
  • इस स्‍कीम में 1000 रुपए के मल्‍टीपल में रुपया जमा होता है और 15 लाख रुपए जमा करने की मैक्‍सीमम लिमिट है।
  • इस अकाउंट को नाम से ही जाहिर है 60 या उससे ज्‍यादा का व्‍यक्ति ही खुलवा सकता है।
  • अगर किसी व्‍यक्‍ति ने 55 साल के बाद और 60 साल से पहले वीआरएस लिया है वो भी इस अकाउंट में निवेश कर सकता है। शर्त यह है कि रिटायरमेंट बेनिफ‍िट लेने के एक महीने के अंदर उसे यह अकाउंट खुलवाना होगा। साथ ही जमा राशि‍ उतनी ही होती चाहिए जो आपको रिटायरमेंट बेनिफ‍िट के दौरान मिली थी।
  • इस अकाउंट को आप अकेले या फ‍िर ज्‍वाइंटली भी ओपन करा सकते हैं। शर्त यह है कि रकम 15 लाख से ज्‍यादा नहीं होनी चाहिए। – वहीं अगर आप एक लाख रुपए से कम की राश‍ि जमा कराते हैं तो आप कैश भी जमा करा सकते हैं, 1 लाख से ज्‍यादा की रकम चेक के रूप में जमा करानी होगी।
  • इस योजना में आपको नॉमिनेशन की फैसिलि‍टी भी मिलती है।
  • इस अकाउंट को पोस्‍ट ऑफ‍िस के ब्रांच से दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर भी कराया जा सकता है।
  • प्रीमैच्योर क्लोजर की अनुमति. लेकिन पोस्ट ऑफिस केवल अकाउंट ओपनिंग के 1 साल बंद अकाउंट क्लोज करने पर डिपॉजिट का 1.5 फीसदी काटेगा, वहीं 2 साल बाद बंद करने पर डिपॉजिट का 1 फीसदी काटा जाएगा।
  • मेच्‍योरिटी पीरियड ओवर होने के बाद इस अकाउंट को 3 साल के लिए एक्‍सटेंड कराया जा सकता है।
  • अगर इस योजना पर मिलने वाले ब्‍याज की राश‍ि 10 हजार रुपए से ज्‍यादा होगी तो टीडीएस काटा जाएगा। वैसे आपको इस योजना में निवेश पर 80 सी के तहत आयकर में छूट भी मिलती है।