How to build big retirement corpus: अपनी आगे की जिंदगी के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय आमतौर पर लोग घर या कार खरीदने, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का इंतजाम करने और उनके शादी-ब्याह के खर्चों पर ध्यान देते हैं. लेकिन नौकरी से रिटायर होने के बाद क्या करेंगे, इसकी फिक्र नहीं करते. जबकि फाइनेंशियल प्लानिंग में रिटायरमेंट की अहमियत सबसे ज्यादा होनी चाहिए. घर या कार खरीदने, बच्चों के एजुकेशन या शादी-ब्याह के लिए आप जरूरत पड़ने पर कर्ज ले सकते हैं या कुछ दिनों के लिए टाल सकते हैं. लेकिन रिटायरमेंट के लिए न तो आप लोन ले सकते हैं और न ही इसे टाल सकते हैं.
वक्त पर करें सही शुरुआत
अगर आप नौकरी की शुरूआत से ही रिटायरमेंट के लिए कॉर्पस जुटाने को अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग का हिस्सा बना लेंगे, तो आगे चलकर काफी फायदे में रहेंगे. लेकिन अगर आपने ऐसा नहीं किया और अब उम्र के चालीसवें साल में पहुंच रहे हैं या पहुंच चुके हैं, तो भी निराश होने की जरूरत नहीं है. अगर आप अब भी सही ढंग से बचत और निवेश करें, तो नौकरी के बाद की उम्र आराम से बिताने के लिए पर्याप्त फंड जुटा सकते हैं. हर महीने 1 लाख रुपये वेतन पाने वाले 40 साल के एक नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए रिटायरमेंट प्लान कैसे बनाया जा सकता है, इसे हम आगे समझने की कोशिश करेंगे.
ऐसे करें रिटायरमेंट की प्लानिंग
रिटायरमेंट प्लान बनाने के लिए आपको तीन काम करने होंगे. सबसे पहले तो यह अनुमान लगाना जरूरी है कि रिटायरमेंट के बाद भी नियमित आमदनी बनाए रखने के लिए आपको कितने फंड की जरूरत पड़ेगी. फंड का अनुमान लगाने के बाद आपको ये हिसाब लगाना होगा कि उतना फंड जुटाने के लिए आपको हर महीने कितना निवेश करना होगा. और फिर ये तय करना होगा कि यह निवेश किस एसेट या स्कीम में करना चाहिए. यानी आपको अपने पैसे कहां लगाने चाहिए.
प्लानिंग में महंगाई का ध्यान रखना जरूरी
रिटायरमेंट तक बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, शादी ब्याह और घर की ईएमआई जैसे कई खर्च आम तौर पर पूरे हो जाते हैं. इसलिए महीने में करीब 1 लाख रुपये कमाने वाले व्यक्ति को ऐसा लग सकता है कि रिटायरमेंट के बाद उनका महीने का खर्च 50 हजार रुपये में चल जाएगा. लेकिन यहां ये ध्यान में रखना होगा कि रिटायरमेंट अगर 20 साल बाद होना है, तो इस बीच महंगाई काफी बढ़ गई होगी. सालाना महंगाई दर को अगर 6 फीसदी मानें, तो महीने का जो खर्च अभी 50 हजार रुपये लग रहा है, उसकी वैल्यू 20 साल बाद करीब 1 लाख 60 हजार रुपये हो जाएगी और उसके बाद भी महंगाई लगातार बढ़ती ही रहेगी. ऐसे में रिटायरमेंट के बाद भी अपना मौजूदा जीवन स्तर बनाए रखने के लिए नवीन को करीब 3 करोड़ रुपये के कॉर्पस की जरूरत होगी, ताकि 8 फीसदी सालाना रिटर्न के हिसाब से हर महीने करीब 2 लाख रुपये की आमदनी हो सके, क्योंकि इस आमदनी पर उन्हें टैक्स भी भरना पड़ सकता है.
रिटायरमेंट फंड के लिए हर महीने कितना करें निवेश
20 साल में करीब 3 करोड़ रुपये जुटाने करने के लिए, 1 लाख रुपये की सैलरी में से हर महीने करीब 35,000 रुपये निवेश करने होंगे. आपको लग सकता है कि इतने पैसे बचाकर निवेश करना तो मुश्किल है, लेकिन अगर आपको रिटायरमेंट के बाद सुकून से जीने का इंतजान करना है, तो खर्चों में कुछ कटौती को करनी ही पड़ेगी. साथ ही भविष्य में आपकी आमदनी बढ़ने पर बचत करना कुछ आसान हो जाएगा. इसलिए हम हर महीने 35 हजार रुपये के निवेश की योजना पर ही चलते हैं. इस रकम का करीब 40 फीसदी हिस्सा यानी 14,000 रुपये डेट इंस्ट्रूमेंट्स में और 60 प्रतिशत रकम यानी 21,000 रुपये इक्विटी में लगाना बेहतर रहेगा. इक्विटी में निवेश पर बेहतर रिटर्न के साथ ही साथ टैक्स छूट भी मिलेगी. अगर हर महीने 21 हजार रुपये SIP के जरिए इक्विटी में लगाएं, तो 12 फीसदी के अनुमानित सालाना रिटर्न के आधार पर 20 साल में लगभग 2.1 करोड़ रुपये जमा हो जाएंगे. वहीं, अगर 14 हजार रुपये हर महीने डेट इंस्ट्रूमेंट्स में डाले जाएं, तो 8 फीसदी के एनुअल रिटर्न के आधार पर 20 साल में 83 लाख रुपये जमा हो जाएंगे. इस तरह आप 20 साल में लगभग 3 करोड़ रुपये जुटा पाएंगे. अगर इस दौरान आपकी सैलरी बढ़ती है, तो आप अपनी एसआईपी को स्टेप-अप करके निवेश और बढ़ा भी सकते हैं, जिससे आपका कॉर्पस और बेहतर हो सकता है.
इक्विटी और डेट में कैसे करें निवेश
अपना टागरेट पूरा करने के लिए आपको हर महीने कितने पैसे बचाने होंगे, इसका प्लान बनाने के बाद ये फैसला करना होगा कि आपको ये पैसे कहां लगाने हैं. डेट में निवेश के जरिए औसतन 8 फीसदी सालाना रिटर्न हासिल करने के लिए आप अपने पैसों को पीपीएफ, एनपीएस और डेट हाइब्रिड फंड में बांटकर निवेश कर सकते हैं. पीपीएफ और एनपीएस में निवेश करके आप टैक्स भी बचा पाएंगे. इसके बाद इक्विटी में निवेश के लिए आप अपने पैसों को लार्ज कैप फंड, लार्ज एंड मिड कैप फंड और मिड-कैप फंड में बांट सकते हैं. लार्ज कैप फंड में जोखिम थोड़ा कम होता है, जबकि लार्ज एंड मिड कैप फंड और मिड-कैप फंड थोड़े अधिक जोखिम के बावजूद ऊंचे रिटर्न के लिए जाने जाते हैं. इस तरह एक सही रणनीति के आधार पर निवेश करके आप 20 साल में 3 करोड़ रुपये का रिटायरमेंट कॉर्पस बना पाएंगे.
