वैसे तो सरकार की ओर से कई तरह की निवेश योजनाएं शुरू की गई हैं, लेकिन पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना बेहतरीन योजनाओं में से एक है। जहां पीपीएफ में कोई भी निवेश कर सकता है वहीं दूसरी ओर सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ बेटियों के लिए शुरू की गई है। जहां इन योजनाओं को शुरू करना बेहद आसान हैं वहीं इनका प्रीमियम भी आप अपनी पॉकेट के हिसाब से कर सकते हैं। इन दोनों ही योजनाओं को एक्टिव रखने के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष में एक निश्चित राशि जमा करनी ही पड़ती है।
अगर बात पीपीएफ अकाउंट की करें तो पीपीएफ में 500 रुपए एक साल में जमा कराने की पड़ते हैं। वहीं दूसरी ओर सुकन्या समृद्धि योजना में 250 रुपए प्रत्येक वित्तीय वर्ष में जमा कराना अनिवार्य है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका अकाउंट बंद हो जाता है। अगर आपके साथ कभी ऐसा हुआ है और इनप दोनों ही अकाउंट को दोबारा एक्टिवेट कराना चाहते हैं तो प्रक्रिया काफी आसान हैं। आज हम आपको अपनी इस रिपोर्ट बताएंगे कि बंद पड़े इन दोनों अकाउंट को आप कैसे एक्टिव करा सकते हैं।
कैसे होगा बंद पड़ा पीपीएफ अकाउंट एक्टिव : – अकाउंट होल्डर को उस बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर एप्लीकेशन देनी होगी जहां आपका पीपीएफ अकाउंट बंद पड़ा हुआ है।
– उसके बाद आपको 50 रुपए सालाना का जुर्माना देना होगा।
– साथ में आपको उतने सालों का बकाया चुकाना होगा जितने साल से आपने नहीं चुकाया है।
– जिस साल आप अपना अकाउंट रिवाइव कराते हैं, उस उस साल की न्यूनतम 500 रुपए की किस्त जमा करनी होती है।
– उसके बाद आपका अकाउंट एक बार फिर से एक्टिव हो जाता है।
– वैसे बंद पड़े पीपीएफ अकाउंट पर भी ब्याज मिलता रहता है।
पीपीएफ अकाउंट की खासियत : – इस अकाउंट को कोई इंडियन खुलवा सकता है।
– पीपीएफ की ब्याज दरें प्रत्येक तिमाही बदलती रहती हैं, मौजूदा समय में ब्याज दर 7.1 फीसदी सालाना है।
– इस योजना में प्रत्येक वर्ष 500 रुपए से 1.5 लाख रुपए का निवेश किया जा सकता है।
– इस अकाउंट को पोस्ट ऑफिस के साथ किसी भी बैंक में खोला सकता है।
– इसका मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है और प्रत्येक 5 साल के बाद इसे बढ़वाया भी जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना को करें ऐसे करें एक्टिव : – इस अकाउंट को फिर से चालू कराने का पूरा प्रोसेस वही है जो पीपीएफ को रिवाइव कराने का है।
– इसे दोबारा चालू कराने के लिए 50 रुपए सालाना जुर्माना और जितने साल से अकाउंट बंद है उतने सालों के हिसाब से 250 रुपए के हिसाब से डिपोजिट जमा कराना होता है।
– वहीं जिस साल आप अपना अकाउंट दोबारा शुरू करा रहे हैं तो उस साल की न्यूनतम राशि 250 रुपए जमा करानी होती है।
– अगर आप इस योजना को पैनल्टी जमा दोबारा शुरू नहीं कराते हैं तो यह पोस्ट ऑफिस का नॉर्मल सेविंग अकाउंट में चेंज हो जाता है। उसके बाद आपको उसी हिसाब से ब्याज मिलता है।
सुकन्या समृद्धि योजना की खासियत : – इस खाते तो न्यूनतम 250 रुपए से शुरू किया जा सकता है। जबकि मैक्सीमम लिमिट 1.5 रुपए सालाना है। इस खाते 7.6 फीसदी के हिसाब से सालाना ब्याज मिलता है। इस योजना में 15 सालों तक डिपोजिट कराना होता है। पेरेंट्स अपनी बेटी के लिए जन्म के एक साल से 10 साल के बीच में खाता खुलवा सकते हैं। जब आपकी बेटी 22 साल की होगी तो इस बंद कराया जा सकता है। वैसे इस अकाउंट को बेटी के 18 साल होने पर अकाउंट को बंद कराने की भी अनुमति है।

