जब से एआईसीपीआई के आंकड़ें सामने आए हैं, केंद्रीय कर्मचारी एक बार फिर से महंगाई भत्ता बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। जानकारों की मानें तो महंगाई भत्ते 3 फीसदी का इजाफा हो सकता है। जिसके बाद केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 31 फीसदी हो जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि अगर किसी की बेसिक सैलरी 20 हजार रुपए है तो उसका महंगाई भत्ता 6200 रुपए हो जाएगा। मौजूदा समय में 28 फीसदी के हिसाब से महंगाई भत्ता 5600 रुपए मिल रहा है। वैसे प्रति माह के हिसाब से यह बढ़त काफी मामूली है, लेकिन सालाना देखें तो 72 रुपए बैठ रही है। आइए आपको भी बताते हैं आखिर आप किस तरह से कैलकुलेशन कर सकते हैं।
28 से 31 फीसदी डीए होने के आसार
एआईसीपीआई के आंकड़ें 122.8 होने के बाद महंगाई भत्ते में 3 फीसदी और इजाफे के आसार लगाए जा रहे हैं। जानकारों की मानें तो दिवाली तक इसकी घोषणा हो सकती है। जिसके बाद केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 28 फीसदी से 31 फीसदी हो जाएगा। इससे पहले 18 महीने के लिए महंगाई भत्ते को फ्रीज कर दिया था। कारण कोविड 19 महामारी को बताया गया था। जिसके बाद जुलाई 2021 में 11 फीसदी महंगाई भत्ते की घोषणा की गई थी। यानी महंगाई भत्ते मो 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी का दिया गया था।
जानिए कितना होगा इजाफा
मौजूदा समय में महंगाई भत्ता 28 फीसदी है। महंगाई भत्ते की गणना कर्मचारी की बेसिक सैलरी पर की जाती है। इसका मतलब साफ है कि जिसकी बेसिक सैलरी 20 हजार रुपए होगी तो उसका महंगाई भत्ता प्रति माह 5600 रुपए होगा। अगर महंगाई भत्ते में 3 फीसदी का इजाफा होता है तो 31 फीसदी के हिसाब से महंगाई भत्ता 6200 रुपए हो जाएगा। 3 फीसदी की बढ़त काफी मामूली यानी फर्क सिर्फ 600 रुपए का ही देखने को मिलेगा, लेकिन सालाना यह अंतर 7200 रुपए का देखने को मिलेगा।
जुलाई से कितना आएगा फर्क
इस फर्क को जुलाई से समझने का प्रयास करें तो 17 फीसदी के हिसाब से 20 हजार रुपए बेसिक सैलरी पाने वाला महंगाई भत्ता सिर्फ 3400 रुपए का मिलेगा। वहीं 31 फीसदी के हिसाब से 6200 रुपए तो तीन से चार महीने में कर्मचारियों की सैलरी में 2800 रुपए का फर्क देखने को मिल सकता है। अगर इसे सालाना आधार पर समझें तो 33,600 रुपए का फर्क आ सकता है। अब देखने वाली होगी कि सरकार महंगाई भत्ते में कब तक इजाफा करती है।