केंद्रीय कर्मचारियों को सरकार ने खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पहले डीए को 28 फीसदी कर दिया गया। उसके बाद एचआरए और सिटी अलाउंस को बढ़ाया गया है। आने वाले दिनों में महंगाई भत्ते को और 3 फीसदी बढ़ाने पर विचार कर रही है। ऐसे में सरकार जल्द ही एक और अलाउंस को बढ़ा सकती है। वास्तव में केंद्रीय रक्षा विभाग के कर्मचारियों की ओर से नाइट ड्यूटी अलाउंस की लिमिट खत्म करने की डिमांड रखी है। जिसका फायदा जल्द ही डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को मिल सकता है।
एनडीए में मिलेगा फायदा
केंद्रीय रक्षा विभाग के कर्मचारी यूनियन ने नाइट ड्यूटी अलाउंस यानी एनडीए की आर्टिफिशियल सीलिंग को हटाने की मांग रखी है। अलाउंस की सीलिंग को लेकर कई बार डिमांड रखी जा चुकी है। इस मामले में कोई आखिरी फैसला नहीं लिया जा सका है। यूनियन के अनुसार रक्षा मंत्रालय की ओर से फैसला लिया जाना है। वैसे मंत्रालय के अधिकारियों के पास फाइल जा पहुंच चुकी है।
मौजूदा समय में लगी हुई है लिमिट
नाइट ड्यूटी अलाउंस यानी एनडीए में आर्टिफिशियल सीलिंग 43,600 रुपए है। जिसे हटाने की मांग की जा रही है। ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ डिफेंस वर्कर्स के जनरल सेकेट्री और JCM-II Level Council (MOD) के मेंबर मुकेश सिंह ने एनडीए को लेकर एक लेटर डिफेंस डिपार्टमेंट के सेकेट्री सचिव को लिखा है। लेटर में मांग रखी गई है कि एनडीए पर लगी 43600 रुपए की एसी को हटाया जाए। सीलिंग को कोविड के दौरान पिछेल साल 13 जुलाई 2020 के आदेश के बाद लगाया गया था।
कैबिनेट सेक्रेटरी के सामने आ चुका है मैटर
इसी साल 26 और 27 जून को इस मुद्दे को कैबिनेट सेक्रेटरी के सामने रखा जा चुका है। अभी तक इस मामले में कोई फैसला नहीं हुआ है। वैसे इस डिमांड को लेकर कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। वहीं, डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल के अनुसार पिछले साल पास हुआ आदेश डिफेंस डिपार्टमेंट के इंडस्ट्रियल कर्मचारी पर लागू नहीं है। ऐसे में अब सरकार को फैसला लेकर रक्षा विभाग के कर्मचारियों की डिमांड पूरी करनी चाहिए।
हाल ही में बढ़े थे सभी अलाउंस
जुलाई के महीने में महंगाई भत्ते पर लगी रोक को हटा दिया गया था और उसके बाद डीए को 17 फीसदी से 28 फीसदी कर दिया था। मुकेश सिंह के अनुसार नाइट ड्यूटी अलाउंस भी इंडस्ट्रियल कर्मचारियों के लिए काफी जरूरी है। ऐसे में सीलिंग लगे रहने से कर्मचारियों को काफी नुकसान हो रहा है। डीए के बाद सिटी अलाउंस, ट्रैवल अलाउंस और एचआरए में भी इजाफा हुआ है। कर्मचारी अभी भी डीए एरियर का वेट कर रहे हैं।