पेटीएम को लेकर बड़ी खबर आ रही है। पेटीएम मार्च के अंत तक अपना पेटीएम बैंक लाने वाला है। पेटीएम के सीईओ शेखर शर्मा ने बताया कि उनकी योजना महज एक ऑनलाइन वॉलिट बन कर काम करने की नहीं है। उनके अनुसार मोबाइल वॉलिट का कारोबार तो महज एक शुरुआत थी, असली शो तो पेमेंट बैंक के आगाज के बाद शुरू होगा। आपको बता दें कि भारती रिजर्व बैंक ने पेटीएम को बैंक लिए फाइनल अप्रूवल जनवरी में ही दे दिया था।

एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में शेखर शर्मा ने बताया कि इस महीने के अंत तक पेटीएम एक बैंक के रूप में बदल जाएंगा। पारंपरिक बैंकों के साथ प्रतिस्पर्धा के सवाल पर शेखर ने कहा कि हमारा किसी के साथ कोई कंपिटीशन नहीं है। उन्होंने दावा किया कि पेटीएम को अभी करीब 21.5 करोड़ लोग यूज कर रहे हैं वहीं, एसबीआई के 20.7 सब्सक्राइबर्स हैं। साल 2020 तक पेटीएम का लक्ष्य 50 करोड़ ग्राहकों तक पहुंचना है।

आपको बता दें कि8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के बाद पेटीएम को अपने ग्राहकों की संख्या में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है क्योंकि कैश के बिना लोगों के पास डिजिटल भुगतान के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को अब बिजनस मॉडल के रूप में स्वीकार किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि टेक्नोलॉजी को कमजोर नहीं किया जा सकता है और अगले दो-तीन वर्षों में देश में 40-50 करोड़ स्मार्टफोन उपभोक्ता होंगे। शेखर शर्मा का मानना है कि स्मार्टफोन लोगों तक नहीं पहुंच सके हैं क्योंकि टेलिकॉम नेटवर्क कई इलाकों पर नहीं है। यह टेलिकॉम नेटवर्क की समस्या है, न कि लागत या तकनीक की।