Irctc online ticket bookings: ट्रेनों के ऑनलाइन एवं तत्काल टिकट बुकिंग में दलाली को रोकने के लिए रेलवे ने कई कदम उठाए हैं। पिछले दिनों रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने एक छापेमारी भी की थी, जिसमें एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया था जो फर्जी एप के जरिए सिस्टम को हैंग कर लेते थे और सारी टिकटें चंद सेकेंडों में ले उड़ते थे। इनके अलावा रेलवे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी ने टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में भी बीते कुछ महीनों में अहम बदलाव किए हैं। आइए जानते हैं, टिकट बुकिंग में हुए क्या हैं क्या बदलाव…

सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच एक यूजर सिर्फ दो तत्काल टिकट की ही बुकिंग कर सकता है।

टिकट बुकिंग के दौरान एक सिक्योरिटी क्वेश्चन पूछा जाता है। यह सवाल रैंडम होता है और तुरंत इसका जवाब देना होता है।

– टिकट बुकिंग एजेंट एक दिन में एक ट्रेन के लिए सिर्फ एक तत्काल टिकट ही निकाल पाएंगे।

– कोई भी व्यक्ति आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर एक ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर के जरिए एक ही अकाउंट बना सकता है।

कोई भी यूजर महीने में सिर्फ 6 रेल टिकट ही बुक कर सकता है। हालांकि अपनी आईडी को आधार से लिंक करने पर महीने में 12 टिकट बुक कराए जा सकते हैं।

एक बार लॉगइन करने पर सिर्फ एक ही टिकट की बुकिंग की जा सकती है। हालांकि सुबह 8 बजे से 12 बजे के बीच यदि आप आने और जाने दोनों की टिकट बुक कराते हैं तो यह छूट है।

– रजिस्ट्रेशन, लॉग इन और बुकिंग पेज पर कैप्चा कोड डालना होगा। तीन जगहों पर कैप्चा कोड की व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि किसी भी तरह के ऑटोमेटिक सॉफ्टवेयर के जरिए फ्रॉड पर लगा कसी जा सके।

– एडवांस रिजर्वेशन बुकिंग और तत्काल बुकिंग शुरू होने के पहले 15 मिनट में आईआरसीटीसी के आधिकारिक एजेंट टिकट बुक नहीं कर सकते।

– अवैध टिकट बुकिंग के गोरखधंधे में शामिल तत्वों की धरपकड़ के लिए आरपीएफ की ओर से नियमित अभियान चलाया जाता है।

– अवैध ई-टिकटिंग पर लगाम के लिए PRABAL एप्लिकेशन लॉन्च किया गया है, जो किसी भी फर्जी आईडी की पहचान करता है।