कुछ महीनों पहले 80 से 100 रुपये किलो में बिकने वाले प्याज को अब किसान मिट्टी के भाव बेचने को मजबूर है। देश में सबसे ज्यादा प्याज उत्पादन करने वाले नासिक में प्याज के दाम इतने गिर गए कि किसानों को एक रुपये प्रति किलोग्राम के दाम भी नहीं मिल रहे हैं। खबरों के मुताबिक नासिक में एक किसान को प्याज के पांच पैसे प्रति किलो के दाम पेश किए गए। बताया जा रहा है कि इस किसान का प्याज थोड़ा पुराना था जिसकी वजह से इसके कम दाम लगाए गए, लेकिन इस किसान ने प्याज बेचने मना कर दिया। उसके बाद किसान ने अपने प्याज को खेत में फेंकना ही ठीक समझा। हालांकि मंडी में प्याज की कीमत 4-5 रुपये प्रति किलोग्राम है।
वहीं मध्यप्रदेश में भी किसानों का ये ही हाल है। किसान ज्यादा पैदावार की वजह से प्याज को सस्ते में बेचने पर मजबूर हैं। किसानों को अपने फसल की सही कीमत नहीं मिल रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में मध्यप्रदेश की मंडी में प्याज की कीमत 20 पैसे प्रति किलो तक पहुंच गई थी, जिसके बाद सरकार ने हस्तक्षेप किया और किसानों से 6 रुपए के समर्थन मूल्य पर प्याज की खरीद की। प्याज की कम कीमत मिलने से नाखुश किसान का कहना है कि एक क्विंटल प्याज को उगाने की लागत तकरीबन 650-700 रुपए आती है, लेकिन मार्केट रेट कम होकर 400 -500 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गई है। उन्हें उम्मीद थी कि उनका प्याज कम से कम 400 रुपए प्रति क्विंटल तो बिकेगा ही लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे पहले भी किसानों को एक रुपये किलो या इससे भी कम दाम में प्याज बेचने पर मजबूर होना पड़ा है।
