बैंक शेयरों की अगुवाई में शेयर बाजारों में बुधवार को गिरावट रही और प्रमुख शेयर सूचकांक टूट कर मंगलवार के अपने रिकॉर्ड स्तर से नीचे बंद हुए। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 59.36 अंक की गिरावट के साथ 33,777.38 अंक पर बंद हुआ। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और एक समय यह 33,956.31 अंक के उच्च स्तर तक चला गया था। बाद में बिकवाली का दबाव बढ़ गया और अंत में सेंसेक्स 59.36 अंक या 0.18 प्रतिशत टूटकर 33,777.38 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स मंगलवार को रिकॉर्ड 33,836.74 अंक पर बंद हुआ था। पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 783.70 अंक मजबूत हुआ था।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी कारोबार के दौरान 10,494.45 अंक तक चढ़ने के बाद अंत में यह 19 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,444.20 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी मंगलवार को रिकॉर्ड 10,463.20 अंक पर बंद हुआ था। डॉलर के मुकाबले रुपया के तीन महीने के उच्च स्तर से नीचे आने से भी धारणा प्रभावित हुआ। वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में मिला-जुला रुख रहा जबकि शुरुआती कारोबार में यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआत कमजोर रही। अमेरिका में सीनेट में कर विधेयक पारित होने का असर वैश्विक बाजारों पर पड़ा है।
बता दें कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की जीत से देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को लिवाली का जोर रहा। ऑटो और टिकाऊ उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी दोनों ही नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए थे। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को 235.06 अंक यानी 0.70 प्रतिशत बढ़कर 33,836.74 अंक पर पहुंच गया जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 74.45 अंक यानी 0.72 प्रतिशत बढ़कर 10,463.20 अंक की नई ऊंचाई पर पहुंच गया था।