औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के खराब आंकड़ों तथा एशियाई विकास बैंक द्वारा देश की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाए जाने से बुधवार को सेंसेक्स 175 अंक गिरकर एक सप्ताह के निचले स्तर 33,053 अंक पर आ गया। निफ्टी भी 10,200 अंक से नीचे आ गया। निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय नीतिगत बैठक के परिणामों की प्रतीक्षा में सावधानी बरते हुए हैं। इस बैठक के परिणाम बुधवार को आने वाले हैं। बाजार में बुधवार को उतार-चढ़ाव भरा दिन रहा।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स अंतत: 174.95 अंक यानी 0.53 प्रतिशत गिरकर 33,053.04 अंक पर आ गया। यह सात दिसंबर के बाद का निचला स्तर है। सेंसेक्स सोमवार को 227.80 अंक गिरा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों वाला निफ्टी भी 47.20 अंक यानी 0.46 प्रतिशत लुढ़ककर 10,200 अंक से नीचे 10,192.95 अंक पर बंद हुआ। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने नोटबंदी के प्रतिकूल प्रभावों, माल एवं सेवा कर की चुनौतियों तथा कृषि को मौसम संबंधी जोखिमों का हवाला देकर चालू वित्त वर्ष के लिए देश का आर्थिक विकास पूर्वानुमान सात प्रतिशत से कम कर 6.7 प्रतिशत कर दिया है।
मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन वृद्धि अक्तूबर में तीन महीनों के निचले स्तर 2.2 प्रतिशत पर आ गई। नवंबर में खुदरा महंगाई भी 15 महीने के उच्चतम स्तर 4.88 प्रतिशत पर पहुंच गई। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 853.67 करोड़ रुपए के शेयर बेचे जबकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 843.20 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे।