आर्थिक आंकड़ों के निराशाजनक रहने के चलते बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 105 अंक की गिरावट देखी गई। तेल की बढ़ी कीमतों और एशियाई बाजारों से सुस्त रुख ने भी गिरावट का समर्थन किया। बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनी शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक शुरुआती कारोबार में 104.55 अंक यानी 0.31 प्रतिशत गिरकर 33,123.44 अंक रहा। रोजमर्रा की उपभोग वाली वस्तुओं (एफएमसीजी), बैंकिंग और बिजली कंपनियों के शेयरों में 0.16 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली।
मंगलवार के कारोबार में सेंसेक्स में 227.80 अंक की गिरावट देखी गई थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी बुधवार को शुरुआती दौर में 29.60 अंक यानी 0.28 प्रतिशत गिरकर 10,210.55 अंक पर आ गया। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों ने घरेलू शेयर बाजार को प्रभावित किया। आंकड़ों के मुताबिक, अक्तूबर में औद्यागिक उत्पादन की वृद्धि दर गिरकर तीन महीने के निचले स्तर 2.2 प्रतिशत पर रह गई। नवंबर में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 4.88 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह इसका 15 महीने का सबसे ऊंचा स्तर है।
इसके साथ ही निवेशकों की नजर बुधवार को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति बैठक पर भी लगी है। कारोबार की शुरुआत में बुधवार को हांगकांग का हेंग सेंग सूचकांक 0.22 प्रतिशत ऊपर गया जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक 0.12 प्रतिशत घट गया। जापान का निक्केई सूचकांक भी 0.66 प्रतिशत नीचे रहा। बता दें कि शेयर बाजार में जारी तेजी पर मंगलवार को ब्रेक लग गया था। विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने की चिंता को लेकर बिकवाली चलने से सेंसेक्स 228 अंक गिरकर 33,227.99 अंक पर बंद हुआ था।