बिजली और उर्वरक कारखानों तथा सीएनजी आपूर्ति में इस्तेमाल के लिए प्राकृतिक गैस की दर शुक्रवार (30 सितंबर) को 18 प्रतिशत घटाकर 2.5 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर दी गयी। पिछले 18 महीने में चौथी बार प्राकृतिक गैस के मूल्य में कमी की गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के मौजूदा फील्डों से उत्पादित प्राकृतिक गैस की दर में कटौती कर 2.5 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) कर दिया गया है। यह कटौती एक अक्तूबर से छह महीने के लिए की गई है। फिलहाल यह 3.06 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है।

राजग सरकार द्वारा अक्तूबर 2014 में नए गैस कीमत फॉर्मूले के तहत गैस के दाम में हर छह महीने में संशोधन किया जाता है और अगला संशोधन एक अप्रैल को होगा। प्राकृतिक गैस के दाम में कमी का मतलब है कि कॉम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) और घरों में पाइप के जरिए पहुंचने वाली गैस (पीएनजी) के लिए कच्चे माल की लागत कम होगी। इससे खुदरा कीमत में कमी आएगी। साथ ही इससे बिजली उत्पादन और उर्वरक बनाने की लागत भी कम होगी। इससे पहले, एक अप्रैल को मूल्य 20 प्रतिशत घटाकर 3.06 डॉलर कर दिया गया। पेट्रोलियम मंत्रालय के पेट्रोलियम नियोजन एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ ने एक अधिसूचना में कहा, ‘सकल कैलोरिफिक मूल्य (जीसीवी) आधार पर घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमत एक अक्तूबर 2016 से 31 मार्च 2017 तक 2.50 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू होगी।’

उद्योग के अनुमान के अनुसार इस कटौती से सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी के साथ केद्र सरकार पर असर पड़ेगा। इससे चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में रॉयल्टी और आयकर से कमाई करीब 800 करोड़ रुपए कम होगी। अधिसूचना के अनुसार सरकार ने गहरे सागर जैसे कठिन क्षेत्र से निकलने वाली गैस की कीमत में तीव्र कटौती की घोषणा की है। एक अक्तूबर 2016 से 31 मार्च 2017 के लिए कीमत सीमा 5.3 डालर प्रति एमएमबीटीयू होगी जो एक अप्रैल 30 सितंबर तक 6.61 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू थी।