भारतीय शेयर बाजार के लिए शुक्रवार का दिन काफी बुरा रहा। इस दिन एयरटेल हो या रिलायंस, हर कंपनी के निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ। बीएसई इंडेक्स में बड़ी गिरावट की वजह से निवेशकों को 5.3 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी।

सेंसेक्स का क्या हाल: तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,939.32 अंक यानी 3.80 प्रतिशत लुढ़क कर 49,099.99 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल चार मई के बाद एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 568.20 अंक यानी 3.76 प्रतिशत का गोता लगाकर 14,529.15 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल 23 मई के बाद किसी एक दिन में एनएसई में यह सबसे बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर नुकसान में रहे। आठ शेयरों में 5 प्रतिशत से अधिक का नुकसान हुआ।

निवेशकों को 5.3 लाख करोड़ रुपये की चपत: बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार को 1,900 अंक से अधिक की गिरावट के साथ निवेशकों को 5.3 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। पिछले 10 महीने में बाजार में किसी एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट है। बाजार बंद होने पर बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,37,375.94 करोड़ रुपये घटकर 2,00,81,095.73 करोड़ रुपये रह गया। इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 25 फरवरी को 2,06,18,471.67 करोड़ रुपये था।

नुकसान की वजह: अमेरिका और सीरिया के बीच भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से भी बाजार पर असर पड़ा। इसके अलावा आज (शुक्रवार) जारी होनेवाले जीडीपी आंकड़े से पहले निवेशक थोड़े सतर्क दिखे। एशिया के अन्य बाजारों में भी भारी गिरावट रही।

भारतीय समय के अनुसार दोपहर बाद खुले यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी गिरावट का रुख रहा। वैश्विक स्तर पर बांड पर रिटर्न में तेजी से इक्विटी बाजार नीचे आया। वैश्विक बांड बाजार में निवेश पर प्रतिफल की दर में तेज उछाल के चलते शेयर बाजारों में निवेशकों में घबराहट दिखी।