कर्मचारी भविष्य निधि (पीएफ फंड) को पिछले चालू वर्ष 2015-16 के लिए ब्याज दर मौजूदा 8.75% से बढ़ाकर 8.8% कर दी है। हालांकि लोगों की मांग इसे बढ़ाकर 8.90 % करने की थी। केंद्रीय श्रम मंत्री बंडार दत्तात्रेय ने इसकी जानकारी देते हुये कहा कि यह वृद्धि ‘अंतरिम’ है। साथ ही उन्होंने इस बात की ओर भी इशारा किया इसे बाद में संशोधित किया जा सकता है। मंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में आर्थिक सुस्ती है और भारत में भी ब्याज दरें नीचे आ रहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक और केन्द्र सरकार के दूसरे संगठन बाजार के रझान पर नजर रखे हुये हैं।
बंडार दत्तात्रेय ने संवाददाताओं से कहा, हमने पिछली बार 8.75% ब्याज दिया और इस बार स्थिति को देखते हुये हम कर्मचारियों को 8.8% ब्याज देने की घोषणा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्रम संगठनों ने भविष्य निधि पर ब्याज दर 8.90% करने की मांग की है जबकि सरकार ने इसे बढ़ाकर 8.80% किया है।
कर्मचारी संगठनों की भविष्य निधि ब्याज दर को 8.9% रखने की मांग पर मंत्री ने कहा, यदि इस मांग को मान लिया जाता है तो सरकार के पास जो अधिशेष राशि बचेगी वह 285 करोड़ रुपये होगी और 8.8% ब्याज दर रखने पर अधिशेष 673 करोड़ रुपये रहेगा।