Stock/Share Market Falling: अमेरिका के दुनियाभर के 180 देशों पर टैरिफ लगाए जाने का असर अब साफ दिखना शुरु हो गया है। दुनियाभर के बाजारों में आई गिरावट के बाद अब भारतीय शेयर बाजार भी बुरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। आज यानी 7 अप्रैल 2025 को दोनों प्रमुख सूचकांक लाल रंग के निशान पर खुले और खुलते ही शेयर बाजार में हाहाकार मच गया। सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 3,939.68 अंक की भारी गिरावट के साथ 71,425.01 अंक पर, निफ्टी 1,160.8 अंक फिसलकर 21,743.65 अंक पर खुला। शेयर बाजार में उथल-पुथल की हर बड़ी अपडेट पढ़ें यहां…
BSE Sensex और NSE Nifty 9 महीने के निचले स्तर पर रह गए। Nifty 50 742.85 अंक गिरकर 22,161.60 पर जबकि Sensex 2,226 पॉइन्ट गिरकर 73,137 पर बंद हुआ।
आज बाजार में भारी गिरावट दिख रही है और कई दिग्गज शेयरों में भी भारी गिरावट आई। टाटा स्टील 8.08% की भारी गिरावट के साथ नुकसान करने वालों में सबसे आगे रही, उसके बाद एलएंडटी रही जो 6.56% गिरी। टाटा मोटर्स भी पीछे नहीं रही, 5.70% फिसल गई, जबकि कोटक बैंक और इंफोसिस क्रमशः 4.92% और 4.44% गिर गए। इस बिकवाली के बीच, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.16% की बढ़त के साथ इकलौते फायदे कमाने वाले शेयर के रूप में सामने आया।
बाजार बंद होने में सिर्फ एक घंटे से कम का समय बचा है, भारतीय सूचकांक हाल के दिनों में अपने सबसे खराब सत्रों में से एक देख रहे हैं। सेंसेक्स 2,600 अंक से अधिक की गिरावट के साथ 3.5% गिरकर 72,728 के आसपास पहुंच गया है, जबकि निफ्टी 836 अंक गिरकर 3.65% फिसलकर 22,068 के करीब कारोबार कर रहा है।
वायदा बाजार में प्रतिभागियों के अपना दांव बढ़ाने से चांदी की वायदा कीमत सोमवार को 732 रुपये चढ़कर 87,943 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में मई में आपूर्ति वाले चांदी के अनुबंध की कीमत 732 रुपये या 0.84 प्रतिशत बढ़कर 87,943 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इसमें 22,944 लॉट का कारोबार हुआ। विश्लेषकों ने कहा कि प्रतिभागियों के ताजा सौदे करने से चांदी की कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 29.76 डॉलर प्रति औंस रही।
दहशत और लगातार बिकवाली से प्रभावित बाजार में, ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ट्रेंट में बदलाव की कहानी पर दांव लगा रही है। व्यापक मंदी के बीच इंट्राडे ट्रेड में स्टॉक में 15% से अधिक की गिरावट के बावजूद, ब्रोकरेज ने 6,800 रुपये का लक्ष्य मूल्य निर्धारित करते हुए अपनी ‘खरीदें’ रेटिंग की पुष्टि की है। यह मौजूदा स्तरों से 22% की संभावित बढ़ोतरी का संकेत देता है।
अमेरिकी शुल्क बढ़ोतरी और चीन की तीखी प्रतिक्रिया के कारण विश्व बाजार में मंदी की आशंका के बीच यूरोपीय शेयर बाजार में भारी गिरावट
पेरिस का सीएसी 40 भी 5.7 प्रतिशत लुढ़कर 6,861.27 अंक पर जबकि ब्रिटेन का एफटीएसई 100, 4.5 प्रतिशत फिसलकर 7,694.00 अंक पर आ गया।
यूरोपीय बाजार में शुरुआती कारोबार में भारी गिरावट आई। जर्मनी का डीएएक्स 6.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,311.29 अंक पर आ गया।
कंपनी द्वारा कमजोर प्रोविजनल बिजनेस अपडेट की रिपोर्ट के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेंट का शेयर मूल्य 19.3% गिरकर इंट्रा-डे के निचले स्तर 4,488 रुपये पर आ गया। अनऑडिटेड प्रोविजनल आंकड़ों के अनुसार, ट्रेंट का स्टैंडअलोन राजस्व Q4 FY25 में 4,334 करोड़ रुपये था, जो Q4 FY24 में 3,381 करोड़ रुपये से 28% की वृद्धि दर्ज करता है। यह वृद्धि उसके पांच साल के सीएजीआर 36% से कम है। यह वित्त वर्ष 2015 में ट्रेंट की 39% वार्षिक राजस्व वृद्धि 17,624 करोड़ रुपये से भी नीचे है।
Zomato के शेयर में भी आज 2.40 फीसदी के आसपास गिरावट दर्ज की जा रही है। यह शेयर अभी तक 205.40 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
Nikkei पर लेटेस्ट रिपोर्टों के अनुसार, जापान के प्रधानमंत्री इशिबा शिगेरू का कहना है कि वह इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ फोन पर टैरिफ मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। निक्केई इंडेक्स करीब 8% गिरावट के साथ बंद हुआ।
इस समय सेंसेक्स 30 के सभी शेयर लाल रंग के निशान पर कारोबार कर रहे हैं। बिकवाली ने किसी को भी नहीं बख्शा है, दिग्गज शेयरों में गिरावट आई है। प्रमुख नुकसान उठाने वालों में टाटा मोटर्स शामिल है, जिसमें 8% से अधिक की गिरावट आई है, इसके बाद एलएंडटी में लगभग 7% की गिरावट आई है। एचसीएल टेक, कोटक महिंद्रा बैंक और इंफोसिस में 5-6% की गिरावट आई है, जो सभी क्षेत्रों में व्यापक दबाव को दर्शाता है। टाटा स्टील को भी भारी कटौती का सामना करना पड़ रहा है।
टाटा मोटर्स पर ट्रम्प टैरिफ का प्रभाव। जगुआर लैंड रोवर द्वारा अमेरिका में शिपमेंट रोकने के बाद शेयर की कीमत 10% से अधिक गिर गई। टाटा मोटर्स प्रमुख भारतीय ऑटोमोटिव शेयरों में से एक है, जिसका अपनी सहायक कंपनी जेएलआर के परिणामस्वरूप अमेरिकी बाजारों में महत्वपूर्ण निवेश है।
इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन (IOC) के शेयर प्राइस की बात करें तो आज इसमें 2 रुपये 43 पैसे की गिरावट हुई है और शेयर 127 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के कारण वैश्विक अनिश्चितता के बीच, भारत का fear gauge इंडिया VIX 58% बढ़कर 21.78 के स्तर पर पहुंच गया। भारत VIX अब सातवें महीने के उच्चतम स्तर पर है।
फिलहाल, सेंसेक्स 2,836 अंक या 3.76% की गिरावट के साथ 72,527.97 पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी भी 4.12% नीचे 21,960.40 पर कारोबार कर रहा है।
जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि श्री मोदी और श्री ट्रंप खुद को अच्छे दोस्त बताते हैं और दोनों ही अपनी अर्थव्यवस्थाओं को खुद आघात पहुंचाने में माहिर हैं।” उन्होंने कहा, “8 नवंबर 2016 को नोटबंदी हुई थी। 2 अप्रैल, 2025 को विचित्र जवाबी शुल्क घोषित किया गया। बाजार, पूर्वानुमान के अनुसार “टैरिफाइंग” तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने अमेरिकी “टैरिफ़” (शुल्क) को आधार बनाकर “टैरिफाइंग” शब्द का उपयोग करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तंज कसा। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मोदी और ट्रंप अपनी ही अर्थव्यवस्थाओं को आघात पहुंचाने में माहिर हैं। अमेरिका के शुल्क बढ़ाने और चीन की जवाबी कार्रवाई के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट आई है।
कांग्रेस ने शेयर बाजार में भारी गिरावट का हवाला देते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष किया कि बाजार, पूर्वानुमान के अनुसार “टैरिफाइंग” तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
निवेशकों के बीच बढ़ती घबराहट के स्पष्ट संकेत में, Nifty Volatility Index (VIX) आज सुबह 11:30 बजे तक 57.54% की तेजी से बढ़कर 21.67 पर पहुंच गया। VIX में यह अचानक उछाल, जिसे अक्सर बाज़ारों का “fear gauge” कहा जाता है, इंट्राडे ट्रेडिंग सत्र में बढ़ती अनिश्चितता और चिंता का संकेत देता है।
सोमवार के कारोबारी सत्र ने दलाल स्ट्रीट पर एक गंभीर तस्वीर पेश की, जिसमें 2,613 स्टॉक लाल निशान पर समाप्त हुए, जबकि केवल 125 स्टॉक निफ्टी में आगे बढ़ने में कामयाब रहे। अब तक कारोबार किए गए 2,787 शेयरों में से 356 में लोअर सर्किट लगा। इसके विपरीत, केवल 21 स्टॉक अपर सर्किट में बंद थे। कुल 629 शेयरों ने अपने 52-सप्ताह के न्यूनतम स्तर को छुआ, जबकि केवल 14 ने नई ऊंचाई को छुआ।
सोमवार को निफ्टी ऑटो इंडेक्स (Nifty Auto Index) 5% फिसलकर 19,624.50 पर आ गया, जो दलाल स्ट्रीट में व्यापक बिकवाली को दिखाता है। Bharat Forge 9% की तेज गिरावट के साथ घाटे में सबसे आगे रहा, उसके बाद Tata Motorsका स्थान रहा, जिसमें 8% की गिरावट आई। Motherson, Ashok Leyland और Bajaj Auto जैसे अन्य प्रमुख खिलाड़ियों के शेयरों में भी 2% से 5% के बीच गिरावट देखी गई, क्योंकि बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं और मंदी की आशंकाओं के बीच निवेशकों ने ऑटो शेयरों को बेचना जारी रखा।
अमेरिका के जवाबी शुल्क और फिर चीन के जवाबी कदम से शुरू हुए वैश्विक व्यापार युद्ध की तपिश का सामना करते हुए सोमवार को रुपया शुरुआती कारोबार में 19 पैसे फिसलकर 85.63 प्रति डॉलर पर आ गया।
अमेरिकी स्टॉक वायदा सप्ताह की कठिन शुरुआत की ओर इशारा कर रहा है। डाउ फ्यूचर्स 1,200 अंक से अधिक गिर गया है, जो आने वाले समय में भारी नुकसान का संकेत है। S&P 500 से जुड़ा वायदा लगभग 240 अंक नीचे है, जबकि टेक-हैवी नैस्डैक वायदा 1,000 अंक के करीब गिर गया है।
टाटा समूह की कंपनियों के लिए यह सप्ताह कठिन शुरुआत है, क्योंकि निफ्टी 50 पर सूचीबद्ध इसकी छह प्रमुख कंपनियों – टीसीएस, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाइटन, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और ट्रेंट – के मार्केट कैप में सोमवार, 7 अप्रैल को 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट देखी गई। वैश्विक अनिश्चितताओं और भारी विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण व्यापक बाजार गिरावट के बीच भारी गिरावट आई।
लगभग सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल रंग में हैं। छोटे और मिडकैप सूचकांकों में कटौती और भी अधिक गंभीर है। टेक और मेटल स्टॉक बिकवाली का खामियाजा भुगत रहे हैं, निफ्टी आईटी इंडेक्स 6% और निफ्टी मेटल इंडेक्स 7% नीचे है।
अमेरिकी बाजारों में भी शुक्रवार (4 अप्रैल 2025) को भारी गिरावट दर्ज की गई थी। एसएंडपी 500 में 5.97 प्रतिशत, नैस्डैक कंपोजिट में 5.82 प्रतिशत और डॉव में 5.50 प्रतिशत की गिरावट आई थी। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 2.74 प्रतिशत लुढ़ककर 63.78 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
एशियाई बाजारों में हॉन्ग कॉन्ग का हैंगसेंग करीब 11 प्रतिशत, जापान का निक्की 225 करीब सात प्रतिशत, चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट छह प्रतिशत से अधिक और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी पांच प्रतिशत की गिरावट में रहा।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, लार्सन एंड टूब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरे भी भारी नुकसान में रहे।
सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियों के शेयर नुकसान में रहे। टाटा स्टील का शेयर आठ प्रतिशत से अधिक जबकि टाटा मोटर्स का शेयर सात प्रतिशत से अधिक की गिरावट में रहा।