देश की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने खराब काम करने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की है। इंफोसिस ने कर्मचारियों के खराब प्रदर्शन को लेकर नौकरी से निकाल दिया है। वहीं इंफोसिस ने उस रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया है जिसमें कहा जा रहा था कि कंपनी करीब 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। कंपनी अच्छा काम करने वाले कर्मचारियों को ही बढ़ावा देगी।
कंपनी में छंटनी होने की खबरों को लेकर इंफोसिस प्रवक्ता ने कहा है कि कंपनी में छंटनी नहीं हो रही है। कुछ लोगों को प्रदर्शन के आधार पर निकाला गया है जो कि हमेशा से होता रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि 500 लोगों को निकाले जाने की खबर गलत है। इससे पहले खबरें आ रही थीं कि इंफोसिस ने रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड के साथ अपनी लाखों पाउंड की डील रद्द होने के बाद 500 लोगों को नौकरी से निकाल दिया था। कंपनी की ये डील रद्द हो जाने के बाद बताया जा रहा था कि इससे करीब करीब 3000 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में पड़ सकती है।
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2017 के पहले क्वार्टर के अंत में इंफोसिस के पास करीब 1.97 लाख कर्मचारी हैं और पिछले साल अप्रैल-जून 2016 में कंपनी की एट्रिशन रेट 21 फीसदी थी। बाजार में आ रही रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए इंफोसिस ने कहा है कि ये कदम कर्मचारियों की ओर से तय प्रदर्शन को पूरा नहीं करने को लेकर उठाया गया है। साथ ही इंफोसिस का ये भी कहना है कि कंपनी निकाले गए कर्मचारियों की संख्या भी बहुत कम है जो पिछले सालों से अलग नहीं है।