रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) और नैशनल इलेक्ट्रानिक फंड्स ट्रांसफर (एनईएफटी) दोनों ही इलेक्ट्रानिक पेमेंट ट्रांसफर करने का माध्यम हैं, जिनके द्वारा व्यक्ति देश के अंदर अलग अलग बैंक खातों में फंड ट्रांसफर कर सकता है। फंड ट्रांसफर के लिए उपयोग में आने वाले इन दोनों ही सिस्टम्स का भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संचालन किया जाता है और इनके जरिए सिर्फ देश के अंदर ही पैसे भेजे जा सकते हैं। अब आपके मन में सवाल उठ सकता है कि जब दोनों ही तरीकों का इस्तेमाल फंड ट्रांसफर के लिए किया जाता है तो इनमें अंतर क्या है? हम आपको बता रहे हैं आरटीजीएस और एनईएफटी के बीच क्या है अंतर…
1.आरटीजीएस के जरिए रियल टाइम बेसिस पर फंड ट्रांसफर किया जाता है। यह देश के अंदर मनी ट्रांसफर के लिए बैंकों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे तेज माध्यमों में से एक है। आरटीजीएस के अंतरगत फंड ट्रांसफर करने पर बेनिफिशियरी बैंक द्वारा रीसिपिएअंट के खाते में 30 मिनट के अंदर पैसे क्रेडिट कर दिया जाता है।
2.वहीं, दूसरी तरफ एनईएफटी के तहत पैसे तुरंत ट्रांसफर नहीं हो पाते। इस सिस्टम में घंटे के हिसाब से टाइम स्लॉट बंटा होता है। इस सेवा के तहत यदि आप फंड ट्रांसफर करते हैं तो रीसिपिअंट के अकाउंट में पैसे क्रेडिट होने में 2 से 3 घंटे और कभी-कभी उससे भी ज्यादा का वक्त लग सकता है।
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3.बिना बैंक अकाउंट के भी कर सकते हैं कैश ट्रांसफर:जिन उपभोक्ताओं के पास सेविंग्स या करेंट बैंक अकाउंट है वे आरटीजीएस और एनईएफटी सेवा का लाभ उठा सकते हैं। ऐसे लोग जिनके पास बैंक अकाउंट नहीं है वे भी एनईएफटी सेवा के तहत 50,000 रु तक कैश ट्रांसफर कर सकते हैं।
4.आरटीजीएस सर्विस के तहत आप सुबह 8 से शाम 4:30 बजे तक फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। बैंको द्वारा यह सर्विस सेामवार से शनिवार तक उपलब्ध करायी जाती है। वहीं, एनईएफटी सेवा के अंतरगत सुबह 8 से शाम 7 बजे तक फंड ट्रांसफर किया जा सकता है। हालांकि, अलग अलग बैंकों द्वारा शाखाओं पर उपभोक्ताओं के आगमन समय के मुताबिक इस सेवा का इस्तेमाल किया जाता है।
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5.आॅनलाइन आरटीजीएस सर्विस के तहत निर्धारित समय सीमा के अंदर ही फंड ट्रांसफर किया जा सकता है, उसके बाद नहीं किया जा सकता। वहीं, एनईएफटी सेवा के तहत आप निर्धारित समय सीमा के बाद भी फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। इस केस में रीसिपिअंट के खाते में पैसे अगले दिन ट्रांसफर होते हैं।
6.यदि आरटीजीएस सर्विस का इस्तेमाल करके आप कैश ट्रांसफर करते हैं और किसी वजह से आपका ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है तो आपके पैसे खुद ब खुद आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं। इस प्रॉसेस में कम से कम एक घंटे और ज्यादा से ज्यादा एक दिन लग सकता है।
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7.वहीं, एनईएफटी सर्विस के तहत फंड ट्रांसफर करने पर यदि ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है तो जिस बैंक में आपने पैसे ट्रांसफर किए हैं उसे ट्रांजैक्शन ओरिजनेटिंग बैंक को दो घंटे के अंदर पैसे वापस करने होते हैं। प्रत्येक एनईएफटी ट्रांजैक्शन के लिए सर्विस टैक्स को छोड़कर 25 रुपये से ज्यादा चार्ज नहीं लिया जा सकता। वहीं, आरटीजीएस में अधिकतम शुल्क 55 रुपये है।
8.इन दोनों ही सर्विस के तहत बैंक की किसी शाखा से फंड ट्रांसफर करने के मुकाबले ऑनलाइन फंड ट्रांसफर पर कम चार्ज देना पड़ता है। चूंकि आरटीजीएस में रियल टाइम ट्रांजैक्शन होता है, इसलिए अगर आपने एक बार ट्रांजैक्शन प्रॉसेस शुरू कर दिया तो उसे बाद में रोक नहीं सकते हैं। वहीं, एनईएफटी में भी ऐसा ही होता है।

