दुनिया के सबसे रईस शख्स जेफ बेजोस ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर कई खुलासे किए हैं। ऐंटी ट्रस्ट, कॉमर्शियल ऐंड एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ कमिटी के समक्ष पेश जेफ बेजोस ने अपनी जिंदगी की कई परतें खोलते हुए कहा है कि उनका जन्म तब हुआ था, जब उनकी मां जैकी (जैकलिन) महज 17 साल की ही थीं। बेहद कम उम्र में मां बनने के चलते उन्हें स्कूल से ही निकालने की कोशिश की गई थी। तब बेजोस के दादा ने उनका बचाव किया था। जेफ बेजोस ने बताया, ‘स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा कि जैकी हाई स्कूल तक पढ़ाई कर सकती है, लेकिन उसे किसी एक्स्ट्रा ऐक्टिविटी में भाग लेने का अधिकार नहीं होगा।’

यही नहीं इसके बाद भी जेफ बेजोस की मां का संघर्ष जारी रहा और उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए नाइट क्लासेज जॉइन कर ली थीं। यह उन्हें नन्हें बेटे बेजोस को भी लाने की अनुमति मिल गई थी। बेजोस ने कहा कि उस दौर में मां दो बैग लेकर जाती थी, जिनमें से एक में उनकी किताबें और डायपर होते थे। वहीं दूसरे बैग में जेफ बेजोस के खिलौने रखकर ले जाती थीं। जेफ बेजोस ने कहा कि मेरे जैविक पिता का नाम मिगुएल है, जिन्होंने मुझे 4 साल की उम्र में गोद लिया था।

क्लासेज में बेजोस को लेकर जाती थीं जैकलिन: इन नाइट क्लासेज के दौरान ही जैकलिन की मुलाकात माइक बेजोस से हुई। दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे और फिर 1968 में दोनों ने शादी कर ली। तब जेफ बेजोस 4 साल के थे, जिन्हें माइक बेजोस ने अपना नाम दिया। माइक की नौकरी के सिलसिले में परिवार को दूसरे शहर जाना पड़ा, इसलिए जैकलिन ग्रेजुएशन नहीं कर पाईं और फिर बाद में 20 साल बाद करीब 40 साल की उम्र में जैकलिन ने ग्रेजुएशन की थी। गौरतलब है कि जेफ बेजोस ने 1994 में अमेजॉन की शुरुआत की थी, जिसकी बदौलत आज वह दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं।

अमेजॉन में पैरेंट्स ने किया था पहला निवेश: जेफ बेजोस ने कहा कि उन्हें ऑनलाइन बुक स्टोर शुरू करने का आइडिया आया था और फिर अमेजॉन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि शुरुआत में उनकी कंपनी के निवेशक माता-पिता ही थे, जिन्होंने अपनी जिंदगी भर की कमाई को मेरा आइडिया समझे बगैर लगाया था।