ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने (ब्रेक्जिट) के पक्ष में मतदान किए जाने के बाद टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर ने शुक्रवार (24 जून) कहा कि ‘उसका कामकाज सामान्य दिनों की तरह है’ और वह इस निर्णय के निहितार्थों और लंबी अवधि के प्रभावों का प्रबंधन करेगी। कंपनी ने कहा कि उसके लिए या ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए एक रात में ‘कुछ बदलने वाला नहीं है’। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि जगुआर और लैंड रोवर के लिए शुक्रवार (24 जून) का दिन भी सामान्य कारोबारी दिनों की तरह है। ‘हम ब्रितानी कारोबार हैं और हमारा देश में एक मजबूत विनिर्माण आधार है, हम ब्रिटेन में निवेश के लिए प्रतिबद्ध है।’
इस बीच हैदराबाद से मिली खबर के मुताबिक बायोकॉन की चेयरपर्सन एवं प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार-शॉ ने ब्रेक्जिट पर कहा कि ब्रिटेन के यूरोपीय संघ को छोड़ने से अनिश्चिताओं का दौर शुरू हो गया है और भारत इससे इनकार नहीं कर सकता कि इस बदलाव से उसपर फर्क पड़ेगा। उन्होंने कहा कि क्या इसके बाद यूरो वैसा ही बना रहेगा या अभी कोई और इससे बाहर जाएगा। इससे यूरो पर स्वयं पर क्या फर्क पड़ेगा। क्या इसका अवमूल्यन होगा और किस हद तक होगा। इससे भारत का यूरोप और ब्रिटेन के साथ द्विपक्षीय व्यापार किस तरह प्रभावित होगा।
उन्होंने कहा कि इसके बाद पौंड स्टर्लिंग, यूरो और रुपया के मुकाबले अमेरिकी डॉलर कितना मजबूत होगा। किरन ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि ऐसे मुश्किल समय में हमारे पास भारतीय रिजर्व बैंक में रघुराम राजन है जो इससे नैया पार लगाऐंगे।