Select Best IPO : लोकसभा चुनाव के नतीजों के पहले तक साल 2024 में अब तक आईपीओ मार्केट से निवेशकों ने जमकर पैसा बनाया है। मई 2024 के अंत तक बाजार में लिस्‍ट होने वाले 30 में से 22 स्‍टॉक में रिटर्न पॉजिटिव था। सिर्फ 8 ही अपने आईपीओ प्राइस से कमजोर हुए थे। कह सकते हैं कि 2024 में करीब 73 फीसदी आईपीओ ने कमाई कराई। इनमें भी कई आईपीओ ऐसे रहे, जिनमें निवेशकों को 5 महीने के अंदर ही 50 से 185 फीसदी तक रिटर्न दिए हैं। साल 2023 में भी निवेशकों को 1 साल के अंदर डबल या ट्रिपल रिटर्न मिला था। आईपीओ मार्केट ऐसी जगह है, जहां सही विकल्‍प की पहचान हो जाए तो निवेशक कम समय में हाई रिटर्न हासिल कर सकता है। लेकिन सही आईपीओ की पहचान कैसे होगी। हम यहां एक्‍सपर्ट और ब्रोकरेज हाउस के हवाले से आपको सही आईपीओ चुनने की टिप्‍स (IPO Selection Tips) दे रहे हैं।

असल में कंपनियों को अपने कारोबार का विस्तार करने करने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में आईपीओ के जरिए कंपनियां पूंजी जुटाती हैं और जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल कारोबार को बढ़ाने में करती हैं। इसी वजह से समय समय पर कंपनियां आईपीओ लाती रहती हैं।

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कंपनी का बिजनेस मॉडल

जब भी कोई आईपीओ लॉन्‍च होता है और आप उसमें निवेश करने की तैयारी करते हैं तो चेक कर लें कि कंपनी का बिजनेस मॉडल कैसा है। बिजनेस मॉडल लंबे समय तक टिकाऊ है या नहीं। बिजनेस मॉडल देखकर आप यह समझ सकते हैं कि भविष्य में कंपनी मजबूती से टिक सकती है या नहीं। बिजनेस मॉडल में क्‍लेरिटी होनी चाहिए और यह क्‍लाइंट या कंज्‍यूमर्स की लेटेस्‍ट जरूरतों को पूरा करने वाला होना चाहिए।

प्रोडक्‍ट में जरूरी है नयापन

आज कल कंपनियां अपने को बाजार में मजबूत बनाए रखने के लिए अपने प्रोडक्‍ट में लगातार नयापन लाती रहती हैं। इसे ऐसे समझ सकते हैं कि कार कंपनियां आए दिन अपने एक ही ब्रॉन्‍ड का नया मॉडल लॉन्‍च करती है, ताकि ग्रोहकों की नई नई डिमांड पूरी हो चुके। इसलिए देखें कि कंपनी लगातार अपने प्रोडक्ट में नएपन के साथ बदलाव कर रही है या नहीं। ऐसा कर वह अपने प्रतिद्वंदियों पर बढ़त हासिल कर सकती है।

प्रमोटर्स का ट्रैक रिकॉर्ड

कंपनी के मैनेजमेंट और प्रमोटर्स का बैकग्राउंड देखना बहुत जरूरी है। अच्छे मैनेजमेंट या प्रमोटर्स वाली कंपनियों में ग्रोथ के चांस ज्यादा होते हैं, क्योंकि इनका फोकस कस्‍टमर्स और इन्‍वेस्‍टर्स के साथ बेहतर रिलेशन रखते हुए बिजनेस को लगातार मजबूती देने में रहती है।

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बिजनेस में लगातार मजबूती

बाजार के दिग्गजों के अनुसार अगर सफल निवेशक बनना है तो सही बिजनेस में पैसे लगाने चाहिए. इसलिए आईपीओ में निवेश करने के पहले देखें कि कंपनी के बिजनेस में आगे ग्रोथ की कितनी संभावनाएं हैं। कंपनी के बिजनेस में ग्रोथ रहेगी तो उसके शेयर के दाम भी भविष्‍य में बढ़ेंगे।

कंपनी मुनाफा ला रही है या नहीं

आईपीओ में पैसे लगाने के पहले देखें कि कंपनी मुनाफा कमा रही है उसे घाटा हो रहा है। कंपनी लगातार मुनाफा बनाए रखने में कामयाब है तो समझें कि उसका बिजनेस मॉडल से लेकर मैनेजमेंट मजबूत है। मुनाफे वाली कंपनियों को लेकर बाजार में भी धारणा बेहतर होती है और उनके शेयर में ग्रोथ के चांस बने रहते हैं।

कंपनी पर कर्ज तो नहीं

कंपनी के आईपीओ में पैसे लगाने से पहले चेक कर लें कि कंपनी पर कर्ज की क्‍या स्थिति है। अगर कंपनी पर कर्ज ज्यादा है तो उसे चुकाने के लिए बड़ी रकम खर्च करनी पड़ती हैकितना जबकि जो कंपनियां कर्जमुक्त हैं या जिन पर बहुत कम कर्ज है, वे अपने मुनाफे का एक हिस्सा बिजनेस बढ़ाने पर निवेश कर सकती हैं।

शेयर का वैल्यूएशन

किसी आईपीओ में यह देखें कि शेयर का वैल्यूएशन कैसा है। कीमत में सस्ता लगने वाला शेयर किसी ज्यादा भाव वाले शेयर की तुलना में ज्यादा वैल्युएबल हो सकता है। P/E यानी प्राइस/अर्निंग रेश्यो बताता है कि मौजूदा कीमत पर कोई शेयर महंगा या सस्ता है।

(सोर्स: ब्रोकरेज हाउस वेबसाइट, फाइनेंशियल वेबसाइट ब्लॉग)