इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन अगले तीन साल में त्रिपुरा में अपनी भंडारण और बॉटलिंग क्षमता के विस्तार में करीब 650 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। कंपनी राज्य में ईंधन संकट को दूर करने का प्रयास कर रही है। कंपनी की पूर्वोत्तर इकाई, इंडियन ऑयल-एओडी इस महीने के अंत तक असम के टूटे-फूटे एनएच-44 के बजाए 20 टैंकर का काफिला पहली बार बांग्लादेश के जरिए पहली बार त्रिपुरा भेजेगी।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के कार्यकारी निदेशक (इंडियन ऑयल-एओडी) दीपांकर रे ने कहा, ‘त्रिपुरा में संकट खत्म करने और र्इंधन की आपूर्ति के नए मार्ग तलाशने के अलावा हम राज्य में भंडारण क्षमता बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। हम दोनों संभावनाओं पर काम कर रहे हैं ताकि आम लोगों को वहां मुश्किल का सामना न करना पड़े।’
उन्होंने कहा, ‘इससे के लिए कंपनी अगरतला में एक नया बॉटलिंग संयंत्र और एक पेट्रोलियम, ऑयल एवं ल्यूब्रिकेंट डीपो स्थापित करेगी।’ उन्होंने कहा, ‘अगले दो-तीन साल में पीओएल डीपो पर करीब 500 करोड़ रुपए जबकि बॉटलिंग संयंत्र पर 143 करोड़ रुपए का निवेश होगा।’