शेयर बाजार में आज गुरुवार को चौतरफा बिकवाली हुई, जिससे निवेशकों को करीब 6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। शेयर बाजार के मुख्य सूचकांक की बात करें तो सेंसेक्स 1416 अंक या 2.61 फीसदी गिरकर 52,792 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी50 430 अंक या 2.65 फीसदी गिरकर 15,809 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी 50 केवल तीन स्टॉक बढ़े: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में मुख्य सूचकांक निफ्टी50 के पचास शेयरों में से 47 शेयर गिरे जबकि केवल 3 शेयर ही चढ़कर बंद हुए। चढ़ने वाले शेयरों में आईटीसी (3.32 फीसदी), डॉ रेड्डीज़ लैब्स (0.61 फीसदी) और पॉवर ग्रिड कारपोरेशन (0.18 फीसदी) का नाम शामिल है। वहीं, सबसे अधिक गिरने वाले शेयरों में विप्रो (6.25 फीसदी), एचसीएल टेक (5.99 फीसदी), इन्फोसिस (5.44 फीसदी), टेक महिंद्रा (5.43 फीसदी) और टीसीएस (5.42 फीसदी) शामिल रहे।
आईटी और मेटल में बिकवाली हावी: शेयर बाजार में गिरावट का सबसे ज्यादा असर आईटी और मेटल सेक्टर में देखने को मिला। निफ्टी का आईटी इंडेक्स बाजार सत्र अंत तक 5.75 फीसदी गिर गया, जो पिछले दो साल के दौरान आईटी सेक्टर में आई सबसे बड़ी गिरावट है। वहीं, मेटल इंडेक्स में भी जोरदार गिरावट रही और बाजार बंद होने तक यह 4.08 फीसदी तक गिर गया। मेटल सेक्टर के बड़े स्टॉक टाटा स्टील, वेदांता, सेल और हिंडाल्को में 5 फीसदी तक की बड़ी गिरावट रही।
कमजोर ग्लोबल संकेतों के कारण फिसला बाजार: कच्चा तेल में तेजी, रूस- यूक्रेन युद्ध के लंबा खीचने के कारण ग्लोबल बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है। वहीं, दुनिया में तेजी से बढ़ रही महंगाई ने इस चिंता को और बढ़ा दिया है, जिस कारण कल अमेरिकी शेयर बाजार 3 फीसदी से अधिक गिर गए। कल हुई अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का प्रभाव आज भारत के साथ- साथ तमाम यूरोपीय बाजारों पर दिखा।
Tradingo की पार्थ न्यती का कहना है कि विश्व में बढ़ती शेयर मार्केट में गिरावट की बड़ी वजह है। इससे अर्थव्यवस्था की तेजी थमने की आशंका है जिसके कारण यूके और यूएसए जैसे बड़े बाजारों में भी गिरावट हो रही है।