Investment Tips in Hindi : निवेश से जुड़े फैसले कई बार मुश्किल और बोझिल लगते हैं। और ऐसा बेवजह नहीं होता। सबसे पहले तो इस बात से उलझन या हिचक होती है क्योंकि निवेश के फैसलों से आपकी जेब सीधे तौर पर जुड़ी रहती है। निवेश जितना बड़ा होगा, आपके उतने ज्यादा पैसे दांव पर लगेंगे। इसलिए स्वाभाविक तौर पर ये डर मन में आता है कि कहीं हम गलत न हो जाएं! कहीं मुनाफे के चक्कर में अपना नुकसान न कर बैठें! ऐसी ही मानसिक स्थिति में हम कई बार कुछ ऐसे फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स की बातें सुनते हैं या उनके लेख पढ़ते हैं, जो काफी मुश्किल और जटिल शब्दों और विश्लेषणों से भरे होते हैं। उनकी बहुत सी बातें आम निवेशकों की समझ से परे नजर आती हैं। आप उन पर भरोसा करना चाहते हैं, लेकिन उनकी बातों को समझ नहीं पाते। हो सकता है उसमें आपके फायदे की बात भी छिपी हो। लेकिन आपको इसका यकीन कैसे होगा, जब आप पूरी बात को समझ ही नहीं पा रहे? तो क्या सही ढंग से निवेश करने के लिए इन तमाम जटिल बातों को समझना जरूरी है, या इसका कोई सरल रास्ता भी हो सकता है? हम यहां सफल निवेश के लिए कुछ ऐसी टिप्स देने जा रहे हैं, जिन्हें आप आसानी से समझकर अपना सकते हैं।

1. शॉर्ट टर्म जरूरतों के लिए सेफ्टी पर फोकस करें

अगले 5 से 7 वर्षों में आपको जितने फंड की जरूरत होगी, उसे फिक्स्ड इनकम यानी निश्चित आय वाले एसेट्स में निवेश करके सुरक्षा को प्राथमिकता दें। इससे जरूरत पड़ने पर आपको वह फंड आसानी से मिल जाएगा और आपके कुल पोर्टफोलियो पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर भी कम होगा।

2. लंबे समय के लिए इक्विटी में निवेश

 अपने लॉन्ग टर्म यानी दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों से जुड़े निवेश के लिए इक्विटी में पैसे लगाएं। रिटेल निवेशकों के लिए इसका एक बेहतर तरीका मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड वाले 3 से 4 कंजर्वेटिव इक्विटी फंड्स में निवेश करना हो सकता है। रिस्क को कम करने के लिए, आप अपने इनवेस्टमेंट टारगेट के करीब आने पर अपने निवेश को धीरे-धीरे इक्विटी से फिक्स्ड इनकम में ट्रांसफर करते चलें।

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 3. इंश्योरेंस को नजरअंदाज न करें

लंबी अवधि में अपने फाइनेंशियल टारगेट को हासिल करने के लिए इंश्योरेंस बेहद जरूरी है। बीमा आपकी इनवेस्टमेंट जर्नी को सुरक्षित बनाता है। लेकिन बीमा कराते समय किसी अनहोनी की हालत में अपने परिवार की वित्तीय जरूरत का अनुमान लगाएं और उतनी रकम का प्योर टर्म प्लान खरीदें। बड़े-बड़े वादे करने वाले महंगे इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स से दूर रहें, जिनमें आपके पैसे मोटे कमीशन और गैर-जरूरी खर्चों में बर्बाद होते हैं।

4. उथल-पुथल के बीच भी निवेश प्लान पर टिके रहें

बाजार में उतार-चढ़ाव पर प्रतिक्रिया करने की इच्छा से बचें। एक अच्छे इनवेस्टमेंट प्लान का फोकस आपकी जिंदगी की जरूरतों पर होता है। उसमें बाजार के उतार-चढ़ाव के हिसाब से बार-बार बदलाव की जरूरत नहीं होनी चाहिए। मार्केट में शॉर्ट टर्म तेजी या गिरावट की परवाह किए बिना अपने इनवेस्टमेंट प्लान पर कायम रहें।

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5. फैसले लेने में आत्मनिर्भर बनें

निवेश के फैसले करते समय अपनी समझ से काम लें। ऐसे स्वयंभू एक्सपर्ट्स की टिप्स के भरोसे न रहें, जिनके अपने एजेंडे हैं। अपने निवेश ऑप्शन को समझने की क्षमता ऊंचे रिटर्न की चाहत से ज़्यादा महत्वपूर्ण है। किसी एक्सपर्ट की सही भूमिका यही होनी चाहिए कि वो ऐसे तथ्यों और जानकारी पर आधारित फैसले लेने में आपकी मदद करे, जिन्हें आप खुद से जांच-परख सकें।

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6. अनजान चीजों में निवेश से बचें

कभी भी किसी ऐसी चीज़ या एसेट में निवेश न करें जिसे आप नहीं समझते। किसी अस्पष्ट क्षेत्र में अपने पैसे डालकर जोखिम उठाने से बेहतर है कि आप ऐसे निवेश से दूर ही रहें। जटिल और अस्पष्ट इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी के मुकाबले स्पष्ट और आसानी से समझ में आने वाली निवेश रणनीति आमतौर पर बेहतर होती है।