एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने कोरोना वायरस के चलते कारोबार प्रभावित होने पर कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की घोषणा की है। इंडिगो के सीईओ रोनो दत्ता ने ईमेल कर कर्मचारियों को सैलरी में 5 से लेकर 25 पर्सेंट तक की कटौती की जानकारी दी है। दत्ता ने लिखा कि वह खुद अपनी सैलरी में 25 पर्सेंट की कटौती कर रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को एयर इंडिया ने अपने पायलटों और केबिन क्रू मेंबर्स समेत तमाम कर्मचारियों के अलाउंसेज में कटौती का फैसला लिया था।

इसके अलावा कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट लेवल के अधिकारियों की सैलरी में 20 पर्सेंट कटौती का फैसला लिया गया है। वाइस प्रेसिडेंट और पायलटों की सैलरी में 15 पर्सेंट की कमी का फैसला लिया गया है। इसके अलावा केबिन क्रू मेंबर्स और अन्य निचले स्तर के कर्मचारियों की सैलरी में 5 से 10 पर्सेंट तक की कमी की जाएगी।

वेतन में कमी करने पर दुख भी जताया: सैलरी कट पर दुख जताते हुए फैसले की जानकारी वाले ईमेल में इंडिगो के सीईओ रोनो दत्ता ने लिखा, ‘हम जानते हैं कि आपके परिवारों के लिए यह कितना कठिन होगा। लेकिन कंपनी के लिए इस आर्थिक तूफान में संचालन मुश्किल हो रहा था। इसलिए यह फैसला लिया गया।’

10 करोड़ रुपये है CFO की सैलरी: कंपनी के सैलरी स्ट्रक्चर की बात की जाए तो चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर रोहित फिलिप की सैलरी 10 करोड़ रुपये है। हालांकि रोनो दत्ता की सैलरी का जिक्र नहीं किया गया है। बीते वित्त वर्ष में कंपनी ने कर्मचारियों की सैलरी पर 3,210 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जो उसके कुल  खर्च के 11 पर्सेंट के बराबर था।

हवाई सेवाएं प्रभावित, नौकरियों पर संकट: बता दें कि कोरोना वायरस के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बड़े पैमाने पर स्थगित किया गया है। इसके अलावा घरेलू उड़ानों की संख्या में भी बड़ी कमी आई है। पिछले दिनों ही सस्ती उड़ानों के लिए मशहूर कंपनी गोएयर ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की थी। इसके अलावा सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने कर्मचारियों के अलाउंस में कमी है।

...तो दुनिया भर में जाएंगी 2.5 करोड़ नौकरियां: संयुक्त राष्ट्र संघ के संगठन इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक कोरोना वायरस के चलते आने वाले समय में 2.5 करोड़ लोगों की नौकरी संकट में आ सकती है। सबसे ज्यादा रिटेल सेक्टर में 1.2 करोड़ लोगों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ सकता है। इसके अलावा ट्रैवल एंड टूरिज्म, रियल एस्टेट सेक्टर समेत कई अन्य सेक्टर्स में बड़े पैमाने पर नौकरियां जा सकती हैं।