डिजिटल दुनिया पर ऐक्टिव लगभग सभी लोग एंड्रॉयड, जीमेल, गूगल सर्च, डॉक्स, मैप्स, यूट्यूब और कई अन्य के साथ गूगल इकोसिस्टम से जुड़े हुए हैं। इन सभी का नियंत्रण जीमेल अकाउंट के जरिए होता है। ऐसे में हमारे लिए जीमेल की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। यदि हम जीमेल की सुरक्षा से समझौता करते है तो यह हमारी निजता के लिए खतरा बन सकता है। आज हम आपको ऐसी ही कुछ टिप्स बताने वाले है, जिनकी मदद से आप अपने गूगल अकाउंट को सुरक्षित कर सकते है…
स्ट्रांग और अलग तरह का पासवर्ड उपयोग करें: पासवर्ड में ‘password’, ‘0000’, ‘1234’ या अपने नाम से पासवर्ड रखना उतना सुरक्षित नहीं हैं, जितना आप सोचते हैं। हैकर एक सरल SQL इंजेक्टर या एक बड़े साइबर आक्रमण के जरिए आपके पासवर्ड को आसानी से पा सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि पासवर्ड थोड़ा जटिल और मजबूत रखें। पासवर्ड बनाते समय नंबर के साथ विशेष कैरेक्टर, एक कैपिटल लेटर, स्मॉल लेटर शामिल करते हुए आठ अक्षरों का रैंडम वाक्यांश रख सकते हैं।
टू स्टेप वेरिफिकेशन का इस्तेमाल करें: टू स्टेप वेरिफिकेशन के साथ किसी अकाउंट को अतिरिक्त सुरक्षा दे सकते हैं। टू स्टेप वेरिफिकेशन अकाउंट पर लागू होने के बाद गूगल प्रमाणक पासवर्ड के अलावा एसएमएस से भेजे गए ओटीपी को भी वेरीफाई करता है। अगर कोई अकाउंट खोलने का प्रयास करे तो आपके ख़ुद की डिवाइस से ओटीपी पाना मुश्किल है। यदि कोई बार-बार अकाउंट लॉगिन करने की कोशिश करे तो अकाउंट ब्लॉक हो जाता है और अकाउंट तभी खुलेगा, जब आप ओटीपी के जरिए वेरीफाई कर देंगे कि आप ही उस अकाउंट के मालिक हैं।
अकाउंट रिकवरी विकल्प को जोड़ें: यदि कोई हैकर आपके अकाउंट तक पहुंच बना लेता है या आपके अकाउंट को ब्लॉक करने में सक्षम है, तो रिकवरी ऑप्शन की सहायता से, आप गैरआधिकारिक लोगों को आपकी अनुमति के बिना अपने अकाउंट का उपयोग करने से रोक सकते हैं। यदि कोई आपके अकाउंट तक पहुंचने का प्रयास कर रहा है तो यह भी आपको सूचित करेगा।
गैर-आवश्यक एप्लिकेशन को पहुंच से निकालें: यदि आपने थर्ड-पार्टी ऐप्स को अपने अकाउंट की एक्सेस दी है तो वह किसी समझौते के तहत आपकी जानकारी को लीक भी कर सकते हैं। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप नियमित रूप से अपने अकाउंट की सफाई करते रहें और किसी भी गैर-ज़रूरी ऐप से एक्सेस को हटा दें। अपनी अकाउंट सेटिंग और फिर ऐप्लिकेशन सेक्शन पर जाएं और किसी भी थर्ड-पार्टी ऐप्लिकेशन से पहुंच रद्द करें जिसका आप अब उपयोग नहीं करते हैं।
विश्वसनीय ब्राउज़र यूज करें: यदि आप एक विश्वसनीय और अप टू डेट ब्राउज़र का उपयोग नहीं करते हैं, तो आप फ़िशिंग हमले के जाल में फंस सकते हैं। एक फ़िशिंग हमले के दौरान, एक हैकर विशेष सॉफ़्टवेयर का उपयोग करता है जो ब्राउज़र से खुद को जोड़ता है और आपके कीस्ट्रोक्स और उपयोग की गई वेबसाइटों पर टैप करता है, और फिर उस डेटा को हैकर को वापस भेज देता है।
स्पैम मेल को नजरअंदाज करें: कई हैकर्स संदिग्ध(स्पैम ) मेल के जरिS आपके अकाउंट तक पहुंच प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, वे फ़िशिंग सॉफ़्टवेयर के साथ मेल भेजते हैं आपको लकी ड्रॉ विजेता जैसे लालच के मेल करते है। यदि आप ऐसे मेल खोलते हैं, तो आप एक बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। इसलिए यह आपको सलाह दी जाती है कि यदि आप ऐसे किसी भी प्रकार के संदिग्ध मेल देखते हैं, जिसमें आपको लालच दिया जाए तो उनसे दूर रहें और उस मेल को बिलकुल न खोलें ।