वेब ब्राउजर प्रोग्राम से हटाए गए चोरी के लाखों ट्विटर अकाउंट्स को ऑनलाइन बिक्री के लिए रखा गया है। लीक डेटा से संबंधी एक सर्च इंजन ने यह जानकारी दी। बहरहाल, ट्विटर इस बात पर दृढ़ है कि हैकरों ने उसकी कम्प्यूटर प्रणाली में घुसपैठ नहीं की और ना ही इंटरनेट पर बेचे जा रहे अकाउंट संबंधी किसी सूचना का वह स्रोत है।

ट्विटर के प्रवक्ता ने बताया कि हमें विश्वास है कि ये ‘यूजरनेम्स’ और अकाउंट्स ट्विटर के डेटा से नहीं लिए गए और ना ही हमारे सिस्टम्स में सेंध मारी गई।

प्रवक्ता ने बताया, ‘लिहाजा, हमलोग तो हाल में लीक हुए पासवर्ड से जो कुछ भी साझा किया गया था उसके खिलाफ अपने डेटा की जांच कर अकाउंट्स को सुरक्षित रखने में मदद के लिए काम कर रहे हैं।’ लीक्डसोर्स डॉट कॉम के अनुसार लाखों ट्विटर अकाउंट्स को ‘डार्क वेब’ पर बेचा जा रहा है। ‘डार्क वेब’ इंटरनेट का एक वर्ग है जिस तक विशेष सॉफ्टवेयर की मदद से पहुंच बनाया जा सकता है।

कथित रूप से इस डेटा सेट में 3.2 करोड़ से भी अधिक ट्विटर रेकॉर्डस उपलब्ध हैं जिनमें यूजरनेम, पासवर्ड या ईमेल एड्रेस से जुड़ी जानकारियां शामिल हो सकती हैं।लीक्डसोर्स ने एक ब्लॉग पोस्ट में दावा किया है कि उसके पास डेटा सेट की एक प्रति है और उसने यह भी कहा कि ये डेटा सेट ट्विटर यूजर्स के हैं ना कि सान फ्रांसिस्को की मेसेजिंग सेवा कंपनी के।