प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल व ऑनलाइन शिक्षा फर्म कोर्सइरा ने बुधवार को आईटी क्षेत्र में शुरुआती रोजगारों के लिए एक प्रमाणन पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की। इस पाठ्यक्रम के जरिए कोई भी युवा जिसे कोई पूर्व अनुभव नहीं है, वह आठ से 12 महीने में शुरुआती स्तर के आईटी समर्थन रोजगार के लिए तैयार हो सकता है। इस पाठयक्रम के विशेषज्ञों ने तैयार किया है और यह विशेष रूप से कोर्सइरा पर उपलब्ध होगा।
इस कार्यक्रम में प्रशिक्षु अपनी जानकारी अनेक प्रमुख कंपनियों से साझी कर सकेंगे जिन्हें शुरुआती स्तर के पेशेवरों की जरूरत है। इनमें बैंक ऑफ अमेरिका, वालमार्ट, स्प्रिंट, जीई डिजिटल, पीएनसी बैंक, इन्फोसिस व यूपीएमसी शामिल हैं। गूगल के मुख्य सूचना अधिकारी बेन ब्रायड ने कहा, पात्र आईटी पेशेवर खोजना अनेक कंपनियों के समक्ष चुनौती है। आईटी समर्थन या सहयोग खंड में 1,50,000 रोजगार हैं और यह देश में सबसे तेजी से बढ़ते रोजगार खंड में से एक है।
उल्लेखनीय है कि देश में आॅनलाइन शिक्षा तेजी से आगे बढ़ रही है क्योंकि प्रतिभागी नया कौशल सीखने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मार्ग (ई-रूट) अपना रहे हैं। हालांकि, कमजोर डिजिटल बुनियादी ढांचे और कम प्रतिस्पर्धा दर जैसी चुनौतियों का क्षेत्र को सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों ने यह बात कही। बड़ी संख्या में उद्यमियों ने शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रवेश किया है। डिजिटल इंडिया अभियान, शिक्षा का सांस्कृतिक महत्व और मोबाइल डेटा कीमतों में गिरावट के चलते इस क्षेत्र में अगले तीन से पांच सालों में तेजी दिखने की संभावना है।
प्राइवेट इक्विटी/वेंचर केपिटल कंपनियां भी इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं क्योंकि नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा खंड में बड़े पैमाने पर क्षमता मौजूद है। इसके साथ ही वह आॅनलाइन पाठ्यक्रमों को लेकर भी इच्छुक हैं। भारत इसका दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 2017 में हुए शीर्ष निवेश में बायजस द्वारा वर्लइनवेस्ट से मार्च 2017 में करीब 3 करोड़ डॉलर और जुलाई 2017 में टेंसेंट से 4 करोड़ डॉलर जुटाना शामिल है।