कोरोना काल में एक तरफ बाजार में मंदी का दौर चल रहा है तो दूसरी तरफ सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। बुधवार को प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत 48,871 के लेवल पर पहुंच गई। यह सोने का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। इस साल की शुरुआत से अब तक सोने की कीमत में 25 पर्सेंट तक का इजाफा हो चुका है। इससे पहले 2019 में पूरे साल में सोने की कीमत में इतनी बढ़ोतरी हुई थी। हालांकि इसके चलते दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उपभोक्ता भारत में रिटेल मार्केट में सोने की मांग में तेजी से कमी आई है।

बुलियन मार्केट के एक्सपर्ट ने कहा कि रिटेल डिमांड न के समान है। भविष्य में कीमतों में कमी की उम्मीद करते हुए रिटेल ग्राहक सोने की खरीद को टाल रहे हैं। बता दें कि मई महीने में भारत में सोने का आयात 99 फीसदी तक कम हो गया था। इससे पहले अप्रैल में सोने का इंपोर्ट 99.9 फीसदी कम हो गया था। दरअसल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के स्थगित होने के चलते यह स्थिति पैदा हुई थी। सोने की कीमत में यह इजाफा सिर्फ भारत में ही नहीं हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमत 8 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोरोना के संकट की वजह से अमेरिका और यूरोपियन यूनियन समेत दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। यही नहीं हालात कब सुधरेंगे, इसे लेकर भी स्पष्ट तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता। यही वजह है कि निवेशक सोने को ही सबसे सुरक्षित मानते हुए उसमें निवेश कर रहे हैं। अब तक दुनिया भर में 1 करोड़ 50 लाख लोग कोरोना के संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं। अकेले भारत में ही 5.85 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।