सोने के आयात में मई के महीने में 99 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। इस साल मई महीने में 1.4 टन सोने का आयात हुआ है, जबकि बीते साल इसी महीने में 133.6 टन सोने का इंपोर्ट किया गया था। एक सरकारी सूत्र ने आयात में कमी की जानकारी देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगने और लॉकडाउन के चलते देश भर में ज्वैलरी की दुकानों के बंद होने की वजह से यह स्थिति पैदा हुई है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े आयातक देश भारत में 25 मार्च से ही कोरोना के संकट से निपटने के लिए लॉकडाउन जारी है। इसके चलते कारोबारी गतिविधियां पूरी तरह से ठप हैं और इसका असर सोने के आयात पर भी पड़ा है।

कीमत के आधार पर देखें तो बीते साल मई महीने में 4.78 अरब डॉलर के सोने का आयात हुआ था, जबकि इस साल 76.31 मिलियन डॉलर के सोने का ही आयात हुआ है। इससे पहले अप्रैल महीने में सोने के आयात में इससे भी कहीं बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। अप्रैल में देश में महज 50 फीसदी किलो सोने का ही आयात हुआ था। इस तरह सोने के इंपोर्ट में 99.9 पर्सेंट की कमी आई थी।

भारत में सोना हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रहा है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से निवेश प्रभावित हुआ है। इसके अलावा शादियों के टलने के चलते भी खरीददारी प्रभावित हुई है। बड़े पैमाने पर लोगों ने शादी-समारोह के कार्यक्रमों को टाल दिया है। फिलहाल भारत में 24 कैरेट सोने का रेट 48,660 रुपये के लेवल पर है।

इस बीच देश में चांदी की कीमत में तेजी से इजाफा हुआ है। लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद औद्योगिक इकाईयों में चांदी की मांग तेजी से बढ़ी है। एमसीक्स सिल्वर फ्यूचर्स में चांदी का रेट 51,000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। जानकारों के मुताबिक कोरोना के लॉकडाउन के बाद अब कई देशों में मार्केट अब धीरे-धीरे खुलने लगा है, जिसके चलते चांदी की मांग में इजाफा हुआ है। बुलियन मार्केट के एक जानकार ने कहा, ‘एमसीएक्स सिल्वर रेट 50,000 के पार हो गहया है। गोल्ड/सिल्वर रेश्यो 114 से नीचे गिरकर 97 हो गया है।’