Go First के विमान एक बार फिर हवा में उड़ान भरने को तैयार हैं। जो प्लान एयरलाइन की तरफ से DGCA को दिया गया था, कुछ शर्तों के साथ उसे स्वीकार कर लिया गया है। ऐसे में तीन मई से बंद चल रही उड़ान फिर शुरू होने जा रही है। कंपनी के साथ-साथ आम लोगों के लिए भी ये राहत की खबर है क्योंकि डॉमेस्टिक उड़ानों के मामले में गो फर्स्ट का रिकॉर्ड अच्छा है।

Go First के लिए क्या आदेश?

डीजीसीए ने जारी बयान में बताया है कि गो फर्स्ट की तरफ से 26 जून को इस साल एक एप्लीकेशन दी गई थी। उसमें पूरा प्लान बताया गया था कि किस तरह से फिर एयरलाइन अपना ऑपरेशन शुरू कर सकती है। उसी प्लान के आधार पर DGCA ने एक बार फिर गो फर्स्ट को उड़ान भरने की इजाजत दे दी है। गो फर्स्ट का प्लान ये है कि वो 15 विमानों के जरिए रोज की 114 उड़ानों का संचालन करेगी।

Go First पर क्या संकट?

जानकारी के लिए बता दें कि गो फर्स्ट पिछले कई सालों से नकदी संकट से जूझ रहा है। इसी वजह से तीन मई को इस साल उसने अपना संचालन भी बंद कर दिया था। उसकी तरफ से बड़ा कदम उठाते हुए दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजरने का फैसला भी किया गया था। वैसे अभी गो फर्स्ट को जो मंजूरी मिली है, वो कई शर्तों को पूरा करने के बाद दी गई है।

किन शर्तों को मानना होगा?

बताया जा रहा है कि उड़ान भरने के दौरान गो फर्स्ट की हर फ्लाइट के पास एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट होना अनिवार्य रहेगा। इसके अलावा जो भी विमान उड़ान की तैयारी करेगा, उसका बेहतर हालत में होना जरूरी है। यहां ये जानना जरूरी है कि अभी टिकट की बिकरी शुरू नहीं हो सकती है, इसे लेकर भी पहले डीजीसीए अप्रूवल देगा, फिर ये प्रक्रिया शुरू होगी।