अगर कहा जाए कि दुनिया की जानी-मानी मोबाइल फोन कंपनी सैमसंग की शुरुआत किराने की दुकान (Grocery store) से हुई थी और नोकिया एक मोबाइल कंपनी न होकर सिर्फ पेपर मिल थी। तो क्या आप यकीन करेंगे? लेकिन यह हकीकत है। सैमसंग और नोकिया जैसी कई ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने अपना बिजनेस किसी और चीज से शुरू किया, लेकिन आज वह किसी और ब्रांड को लेकर पूरी दुनिया में मशहूर हैं। आज के ये ब्रांड विज्ञापन के कारण अपने उत्पादों के साथ हमें दृढ़ता से जोड़ते हैं। हालांकि क्या आप ये कल्पना कर सकते हैं अगर इनके ये ब्रांड फेमस नहीं होते तो आप इन्हें इनके पुराने ब्रांड की वजह से पहचानते? हम आपको कुछ ऐसी ही कंपनियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
सैमसंग (Samsung)
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी सैमसंग की शुरुआत 1938 में कोरिया में एक किराने की दुकान के रूप हुई थी। उस समय सैमसंग ड्राई फिश, सब्जियों और नूडल्स का आयात और निर्यात करता था। साल 1960 में सैमसंग ने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बनाने शुरू किए और साल 1993 तक सैमसंग पूरी तरह से एक इलेक्ट्रॉनिक गुड्स बेचने वाली कंपनी बन गई।
नोकिया (Nokia)
नोकिया की शुरुआत साल 1865 में एक पेपर मिल के रूप में फिनलैंड के नोकियानविर्ता नदी के किनारे हुई। इसके संस्थापक फ्रेड्रिक इडेस्टम थे और कंपनी का नाम नोकिया एबी रखा गया। बाद में 1922 में इस कंपनी का फिन्निश केबल ने अधिग्रहण कर लिया। बिजनेस को बढ़ाते हुए कंपनी को उस वक्त नाम दिया नोकिया कोरपोरेशन। नोकिया कोरपोरेशन उस समय टॉयलेट पेपर, कार टायर्स, रबड़ के जूते, साइकिल और कम्प्यूटर बनाता था। साल 1988 में नोकिया को 6 सब्सिडी कंपनियों में विभाजित कर दिया गया। एक साल बाद सभी सब्सिडरी कंपनियां बिक गई और सिर्फ नोकिया बची रह गई।
सेकेंड वर्ल्ड वार से हुई फैंटा की उत्पत्ति (Fanta)
फैन्टा की उत्पत्ति नाज़ी जर्मनी से हुई है। ये बात है 7दिसंबर 1941 की। पर्ल हारबर WWII को यूएस तक ले आए। पर्ल हारबर ने कोका-कोला को ये दूसरा रूप देने में काफी अहम योगदान दिया। पर्ल हार्बर घटना के बाद कोका कोला ने जर्मनी को अपना कोका-कोला सिरप भेजना बंद कर दिया। इसके बाद जर्मनी में कोका कोला के प्रमुख मैक्स कीथ ने यहां के लोगों को लिए कुछ नया लाने का फैसला किया। इसका परिणाम फैंटा के रूप में सामने आया। ये ड्रिंक देखते ही देखते पूरे जर्मनी में फेमस हो गई। इसके बाद जब झगड़ा खत्म हुआ, तो फैंटा के प्रोडक्शन को रोक दिया गया और कुछ दिनों बाद इसे कुछ बदलावों के साथ पेप्सी की प्रतिस्पर्धा में उतारा गया।
मोटोरोला (Motorola)
मोटोरोला की शुरुआत पॉल गाविन ने की, उस समय इसको विकट्रोला के नाम से जाना जाता है। कंपनी शुरू करने के पीछे उनकी मंशा कार रेडिया बनाने की थी। बाद में इसके रेडियो का नाम मोटोरोला रखा गया। मोटोरोला शब्द की उत्पत्ति मोटो (मोटर) और विकट्रोला (victrola) से हुई। मोटोरोला ने साल 1960 में फोन बनाना शुरू किया।
नाइटेंडो (Nintendo)
गेमिंग के लिए पूरी दुनिया में मशूहर नाइटेंडो की शुरुआत 1889 में प्लेइंग कार्ड बनाने से हुई थी। Nintendo Koppai के कार्ड्स पूरे जापान में प्रसिद्ध हैं और जापानी माफियों द्वारा गैबलिंग के लिए इनका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता था। नाइटेंडो ने साल 1983 में गेम कंसोल बनाने शुरू किए और उसके बाद वीडियो व्यवसाय में प्रगति करना शुरू किया। आज गेमिंग वर्ल्ड में नाइटेंडो को पूरी दुनिया में नाम है।