स्‍टॉक मार्केट के प्रति आम लोगों का रुझान दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। जुलाई महीने में मार्केट में निवेश करने वालों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। बीते जुलाई महीने में दो डिपॉजिटरी- CDSL और NSDL के साथ करीब 30 लाख नए डीमैट अकाउंट खोले गए हैं। जुलाई 2023 में जनवरी 2022 के बाद से सबसे अधिक डीमैट अकाउंट खोले गए हैं। जुलाई का ये आंकड़ा पिछले 12 महीने के 20 लाख के औसत से करीब 50 फीसदी अधिक है।

रिटेल निवेशकों के बढ़ने से मार्केट को होगा फायदा

इक्विटी मार्केट में रिटेल न‍िवेशकों की संख्‍या बढ़ने से डीमैट अकाउंट की संख्या बढ़ी है। बिना डीमैट अकाउंट के इक्विटी मार्केट में न‍िवेश नहीं किया जा सकता है। इक्विटी मार्केट में रिटेल निवेशकों की रुचि बाजार के ट्रेंड से प्रभावित होती है। हाल ही में माइक्रो-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स ने निफ्टी और सेंसेक्स से अच्छा प्रदर्शन किया है। इस वजह से इक्विटी मार्केट में रिटेल निवेशकों की रुचि फिर से बढ़ी है।

मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार मास्टर कैपिटल सर्विसेज के उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि लगातार नए डीमैट खुलने का कारण बाजार में तेजी का प्रदर्शन रहा। सेंसेक्स और निफ्टी नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए और डेरिवेटिव ट्रेडिंग की लोकप्रियता ने इसमें योगदान दिया। उन्होंने कहा कि नए आकर्षक आईपीओ के साथ-साथ विदेशी निवेशकों और घरेलू निवेशकों ने शेयर बाजार के आकर्षण को बढ़ाया, जिससे अधिक निवेशक डीमैट खाते खोलने के लिए आगे आए।”

गिरावट के बावजूद नए डीमैट अकाउंट खुले

हाल ही में सेंसेक्स और निफ्टी के 9 में से 7 ट्रेडिंग सेशन्स में गिरावट देखने को मिली है। इसके बावजूद मार्केट में निवेश करने वालों की संख्या में ये बढ़ोतरी देखने को मिली है क्योंकि मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि देश में आगे वृद्धि की संभावनाएं काफी मजबूत नजर आ रही हैं।

छोटे निवेशक रिस्क ले रहे

दरअसल शेयर बाजार में काफी रिस्क होता है। यहां मुनाफा तो होता है लेकिन नुकसान की भी संभावना बनी रहती है। लेकिन नए डीमैट खातों की बढती संख्या बता रही है कि अब छोटे निवेशक भी रिस्क लेने में रुचि दिखा रहे हैं।बाजार में निवेश करने के लिए डीमैट खाता होना अनिवार्य है। पिछले कुछ महीने में सेंसेक्‍स और निफ्टी में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दिखी है और ये नए आयाम पर पहुंच गए हैं। पिछले कुछ सेशन में शेयर बाजार की स्थिति बेहतर रही है।