अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह पदभार संभालने के बाद सबसे पहले सभी वीजा दुरुपयोग की जांच कराएंगे जिनकी वजह से अमेरिकियों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। ट्रंप की इस घोषणा से संकेत मिलता है कि भारत सहित अन्य देशों के विदेशी पेशेवरों को उनके कार्यकाल में कड़ी जांच से गुजरना होगा। हालांकि, ट्रंप ने किसी विशेष वीजा दुरुपयोग का नाम नहीं लिया है, लेकिन पिछले कुछ बरस से अमेरिकी सांसद कंपनियों द्वारा एच-1बी वीजा के दुरुपयोग को लेकर चिंता जताते रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव के अपने अभियान के दौरान ट्रंप ने आव्रजन नियमों को कड़ा करने का संकेत दिया था।
उन्होंने उन अमेरिकी कंपनियों की आलोचना की थी जो चीन और भारत जैसे देशों को नौकरियां भेज रही हैं। ट्रंप ने शुक्रवार (9 दिसंबर) को मिशीगन में एक रैली में कहा, ‘मेरा पहला सरकारी आदेश श्रम विभाग से सभी वीजा दुरुपयोग की जांच का होगा।’ ट्रंप ने कहा, ‘हम प्रत्येक अमेरिकी के संरक्षण के लिए संघर्ष करेंगे। अपने चुनाव अभियान के दौरान मैंने देखा कि अमेरिकी श्रमिक को नौकरी से हटाया गया और उन्हें ही विदेशी पेशेवर को प्रशिक्षित करने का काम सौंपा गया जिसने उनका स्थान लिया है। अब ऐसा नहीं होगा।’
