नोटबंदी के बाद देश में आमदनी व खर्च में कमी आई है। एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि सबसे अधिक प्रभावित बिहार, झारखंड और ओड़िशा जैसे राज्य रहे हैं। लोकल सर्किल्स के सर्वेक्षण में देश के 220 जिलों के 15,000 लोगों की राय ली गई। 20 प्रतिशत ने कहा कि इस कदम के बाद उनकी आय प्रभावित हुई है, वहीं 48 प्रतिशत ने कहा कि नोटबंदी के बाद उनका खर्च घटा है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि लोगों को इस कदम से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘बैंकों और एटीएम में कतार में काफी समय गंवाने के बाद भी लोगों को आसानी से नकदी उपलब्ध नहीं हो रही है। कुछ लोगों का कहना है कि इस कदम के बाद उनकी आमदनी घट गई है। वहीं बड़ी संख्या में लोगों का कहना है कि इससे उन्हें अपने खर्च में भारी कटौती करनी पड़ी है।’
सर्वेक्षण में कहा गया है कि नोटबंदी से कुछ राज्य अन्य की तुलना में अधिक प्रभावित हुए हैं। बिहार, झारखंड और ओड़िशा में लोगों की आय में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल तथा केरल से अधिक की गिरावट आई है। वहीं महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा पंजाब में अधिक लोगों ने खर्च घटाया है। 50 प्रतिशत लोगों ने खर्च घटाने की पुष्टि की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी के बाद से 90 प्रतिशत व्यापारियों का कारोबार घटा है। इनमें से 44 प्रतिशत के कारोबार में 30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।

