कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए लागू हुए लॉकडाउन के चलते लाखों की संख्या में मजदूरों ने घर वापसी की है। इसके चलते कई जिलों में अब 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने वाली मनरेगा स्कीम के तहत काम की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है। मई महीने में 6 राज्यों के 116 जिलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। ये वे जिले हैं, जहां 25,000 से ज्यादा प्रवासी मजदूर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद जैसे शहरों से वापस लौटे हैं। इन्हीं जिलों के लिए सरकार ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान शुरू करने का ऐलान किया है, जिसकी शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 जून को की थी।
मनरेगा पोर्टल पर दिए गए डाटा के मुताबिक इन 116 जिलों में मनरेगा के तहत काम करने वालों का आंकड़ा मई के महीने में 89.83 लाख पहुंच चुका है, जबकि बीते साल इसी महीने में सिर्फ 48.22 लाख मजदूर ही इससे जुड़े थे। इन 116 जिलों में से 32 बिहार के हैं, 31 यूपी के हैं और 24 जिले मध्य प्रदेश के हैं। इसके अलावा 22 जिले राजस्थान, तीन झारखंड और 4 ओडिशा के हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 19 जून को इस स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए इन जिलों की लिस्ट जारी की थी। मनरेगा के तहत काम मांगने वालों की संख्या में सबसे ज्यादा इजाफा उत्तर प्रदेश में हुआ है। सूबे में मनरेगा के तहत काम मांगने वाले लोगों की संख्या 313 फीसदी बढ़ी है।
स्कीम के तहत चुने गए 31 जिलों में मई में मनरेगा के तहत काम करने वाले लोगों का आंकड़ा 27.78 लाख हो गया है, जबकि बीते साल इसी अवधि में महज 6.71 लाख मजदूर ही मनरेगा स्कीम से जुड़े थे। उत्तर प्रदेश के इन 31 जिलों में कुल 17.47 लाख मजदूर वापस लौटे हैं। कुल 116 जिलों में से 9 जिले ऐसे हैं, जहां मई महीने में मनरेगा के तहत काम मांगने वाले लोगों की संख्या में 500 फीसदी का इजाफा हुआ है। इनमें उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, लखीमपुर खीरी, मिर्जापुर, देवरिया, वाराणसी, गोरखपुर, अमेठी और महाराजगंज शामिल हैं। इसके अलावा बिहार के रोहतास जिले में भी कोरोना के तहत काम मांगने वालों की संख्या में 500 फीसदी की वृद्धि हुई है।
इसी तरह से 7 जिले ऐसे हैं, जहां मनरेगा के तहत काम मांगने वाले लोगों की संख्या में 401 से 500 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। 6 जिले ऐसे हैं, जहां मनरेगा मजदूरों की संख्या 301 से 400 पर्सेंट तक बढ़ी है। 11 ऐसे जिले हैं, जहां यह बढ़ोतरी 201 से 300 फीसदी की है, वहीं 18 जिलों में मनरेगा मजदूरों की संख्या में 101 से 200 पर्सेंट तक की वृद्धि हुई है।