कोरोना वायरस का असर अब दुनिया में कच्चे तेल की सप्लाई पर भी दिखने लगा है। दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक देश सऊदी अरब ने एशिया के कई बड़े खरीददारों को मार्च के लिए तेल की आपूर्ति में कटौती कर दी है। पूरे मामले से जुड़े 4 सूत्रों ने बताया कि रिफाइनिंग कंपनियों की ओर से उत्पादन में कमी के बाद यह फैसला लिया गया है। इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कोरोना वायरस और रेगुलर मेंटेनेंस के चलते उत्पादन में कमी की गई है। सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको की ओर से मार्च के लिए सेलिंग प्राइस में उम्मीद से ज्यादा कटौती के बाद आपूर्ति में कमी का यह फैसला लिया गया है।

अरामको से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि मार्च के लिए तेल खरीददारों के नॉमिनेशन में कमी देखी गई है। इसकी एक वजह तो कोरोना वायरस ही है, लेकिन मेंटेनेंस के चलते भी यह हुआ है। हालांकि सूत्रों ने यह बताने से इनकार कर दिया कि तेल की आपूर्ति में कितनी कटौती की गई है। हालांकि यह जरूर कहा कि सऊदी कंपनी अरामको की ओर से चीनी खरीददारों को 10 फीसदी कम आपूर्ति की जा सकती है।

कोरोना के चलते चीन में 1,100 लोगों की मौत: चीन की रिफाइनिंग कंपनियों सिनोपेक कॉरपोरेशन, पेट्रोचाइना, चाइना नेशनल ऑफशोर ऑयल कंपनी समेत कई अन्य रिफाइनरीज ने क्रूड प्रोसेसिंग रेट में कटौती कर दी है। बता दें कि चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के चलते अब तक 1,100 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 30,000 से ज्यादा लोग इस वायरस के चलते बीमार हैं।

मंदी के दौर से गुजर रही चीन की अर्थव्यवस्था: संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य संगठन की ओर से महामारी करार दिए गए कोरोना वायरस के चलते दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। गौरतलब है कि कोरोनाय वायरस के चलते क्रूड ऑयल की कीमतों में भी लगातार गिरावट का दौर जारी है।