देश में टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप्स को बैन किए जाने के बाद तेजी से लोकप्रिय हुए शॉर्ट वीडियो शेयरिंग ऐप के सीईओ सुमित घोष ने कहा कि उनकी कंपनी अब विस्तार के दौर में है। कंपनी ने कहा कि तेजी से डाउनलोड बढ़ने और ऐक्टिव यूजर्स की संख्या में इजाफा होने के बाद कंपनी के विस्तार की जरूरत है और उसमें नया इन्वेस्टमेंट जरूरी है। हाल ही में एक अखबार को दिए इंटरव्यू में सुमित घोष ने कहा था कि 10 जून को हमारे महज 1 लाख ही डाउनलोड थे, लेकिन आज यह आंकड़ा 1 करोड़ को पार कर चुका है।
टिकटॉक के देसी वर्जन कहे जा रहे इस ऐप की 100 गुना ग्रोथ को लेकर सुमित घोष ने कहा कि आनंद महिंद्रा के एक ट्वीट के बाद ही हमारे 10 लाख डाउनलोड बढ़ गए थे। तेजी से डाउनलोड में इजाफा होने को लेकर सुमित घोष ने कहा कि मैं और हमारी पूरी टीम 48 घंटे तक सो भी नहीं सके थे। हम लगातार काम कर रहे थे और डाउनलोड्स में अचानक इजाफा होने के चलते लॉग इन तक नहीं हो पा रहा था। यही नहीं घोष ने कहा कि हम चीनी कंपनियों से निवेश नहीं लेंगे। घोष ने कहा, ‘चीनी पैसा नहीं चाहिए। चीनी कंपनियां नहीं चाहिए।’ उन्होंने कहा कि किसी भी तरह का चीनी निवेश नहीं चाहिए। भले ही डायरेक्ट निवेश हो या फिर इनडायरेक्ट निवेश। न तो अभी और न कभी।
सुमित घोष ने कहा कि हम अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक से निवेश हासिल करेंगे, लेकिन निश्चित तौर पर चीनी निवेश नहीं लेंगे। 59 चीनी ऐप्स पर डेटा सिक्योरिटी के मसले पर बैन लगने के बाद से चिंगारी ऐप के डाउनलोड्स में तेजी से इजाफा हुआ है। बेहद कम समय में ही गूगल प्ले स्टोर में चिंगारी ऐप के 1 करोड़ डाउनलोड हुए हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले समय में चिंगारी ऐप में 10 मिलियन डॉलर का निवेश हो सकता है। बता दें कि 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद से देश भर में ड्रैगन के खिलाफ गुस्से का माहौल है और लोग चीनी सामान के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं। इसी बीच केंद्र की मोदी सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया है। कारोबारी जगत में भी चीन के खिलाफ गुस्से का माहौल है।